Lal Bihari Yadav: कौन हैं लाल बिहारी यादव? जिन्हें अखिलेश ने सौंप दी इतनी बड़ी जिम्मेदारी, क्या हैं इसके सियासी मायने?
Lal Bihari Yadav: समाजवादी पार्टी ने यूपी विधान परिषद में लाल बिहारी यादव नेता विरोधी दल बनाया है।
Lal Bihari Yadav: समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद में लाल बिहारी यादव को नेता विरोधी दल बनाया है। इस समय सपा के विधान परिषद में दस सदस्य हैं। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा सपा को मिलना तय था। वहीं ऐसा करके अखिलेश यादव ने यादव वोट बैंक को बड़ा संदेश दिया है। उच्च सदन में भी अब समाजवादी पार्टी अपनी आवाज जोरदार तरीके से बुलंद करेगी।आइए यहां जानते हैं कि लाल बिहारी यादव कौन हैं जिन्हें अखिलेश यादव ने विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है
कौन हैं लाल बिहारी यादव?
लाल बिहारी यादव आजमगढ़ के रहने वाले हैं। वे वाराणसी से शिक्षक एमएलसी हैं। बता दें कि इस संबंध में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधान परिषद को प्रस्ताव भेजा था। दरअसल, लाल बिहारी यादव इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य और शिक्षक नेता हैं। उन्होंने माध्यमिक शिक्षक संघ का वित्त विहीन गुट बनाया था। बलिया से मथुरा तक की उन्होंने पदयात्रा करके शिक्षकों के हितों को लेकर संदेश दिया था। लाल बिहारी वाराणसी से शिक्षक एमएलसी भी हैं।
विधान परिषद में सपा के हैं 10 सदस्य
पांच मई को रिक्त हुए 13 पदों के चुनाव में सपा को तीन सीटें मिलीं थीं। अब विधान परिषद में उसकी कुल सदस्य संख्या 10 हो गई है। जो नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए आवश्यक सदस्य संख्या के बराबर है।