Akhilesh Yadav in UP Assembly: अखिलेश यादव ने ई-विधानसभा के उद्घाटन पर स्पीकर और सीएम को कहा धन्यवाद
Akhilesh Yadav in UP Assembly: अखिलेश यादव ने अपने संम्बोधन में कहा कि उनके इससे पहले हमारे पुराने विधानसभा स्पीकर ने ई-लाइब्रेरी का निर्माण करवाया था और अब ई-विधानसभा उसी की तर्ज पर एक विकास में रूप में अगला पदचिन्ह है।
Akhilesh Yadav in UP Assembly: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष (Samajwadi Part President) और विधानसभा में नेता विपक्ष (leader of opposition) अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) शुक्रवार को उत्तर प्रदेश ई-विधानसभा के उद्घाटन पर सदन पहुंचकर हतप्रभ रह गए। दरअसल, अब उत्तर प्रदेश विधानसभा को पूरी तरह पेपरलेस और डिजिटल करने के साथ ही विधानसभा की प्रत्येक सीट पर टैबलेट लगा दिए गए हैं। इस दौरान अखिलेश यादव ने पहले तो चौंकते हुए सदन के इस बदले स्वरूप की तुलना एक आईटी सेन्टर से की। उन्होनें कहा कि सदन में प्रवेश करते ही उन्हें पहले लगा कि वह किसी आईटी सेन्टर के कार्यालय में आ गए हैं।
हालांकि, प्रदेश सरकार की इस दूरदर्शिता और डिजिटलीकरण को लेकर नेता विपक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और सीएम योगी अदित्यनाथ को धन्यवाद कहा।
अखिलेश ने अपने संम्बोधन में कहा कि उनके इससे पहले हमारे पुराने विधानसभा स्पीकर ने ई-लाइब्रेरी का निर्माण करवाया था और अब ई-विधानसभा उसी की तर्ज पर एक विकास में रूप में अगला पदचिन्ह है।
अखिलेश यादव ने ई-विधानसभा के उद्घाटन अवसर पर सीएम योगी और स्पीकर सतीश महाना की तारीफ करते हुए कहा कि-"मैं यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना जी को इस विधानसभा को ई-विधानसभा बनाने के लिए धन्यवाद और बधाई देना चाहता हूं। मुझे खुशी है कि राज्य सरकार आईटी के उपयोग पर जोर दे रही है, जिससे सदन की कार्यवाही में पारदर्शिता लाने में मदद मिलेगी।"
यूपी के पास सबसे बेहतर प्रतिक्रिया प्रणाली
इसी के साथ अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि देश में यूपी के पास सबसे बेहतर प्रतिक्रिया प्रणाली मौजूद है, यकीनन ऐसे कामों में रुकावटें आती हैं और हमारे कार्यकाल में भी आईं थी लेकिन उन बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यूपी विधानसभा की कार्यवाही और अन्य कामकाज के लिए विधानसभा को पेपरलेस बनाने पर ज़ोर देते हुए कहा कि-"हमने 2 साल पहले से ई-बजट को लागू करना शुरू कर दिया था तथा अब इस ई-विधानसभा लागू होने के पश्चात हम यह सुनिश्चित करेंगे कि पूरी विधानसभा को कागज रहित बनाया जाएगा, जिसके तहत सदन के सभी प्रतिनिधि टैबलेट डिवाइस के माध्यम से कार्यवाही और गतिविधियों का जायजा ले सकते हैं।"