भारत माता मंदिर गिराने पर भड़के अखिलेश, बोले - बीजेपी सरकार को एक बार सार्वजनिक जनमत करा लेना चाहिए
Lucknow News : समाजवादी पार्टी के मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर तंज कसा है।
Lucknow News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विकास कार्यों की आड़ में गिराई जा रही इमारतों, भवनों और प्रतीक चिन्हों को लेकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अगर ‘क्योटो’ इतिहास की धरोहर को धूल में मिलाकर बनना है तो परंपरा प्रेमी काशीवासियों के बीच इसके लिए एक सार्वजनिक जनमत करा लेना चाहिए। बता दें कि वाराणसी के मोहनसराय लहरतारा में सड़क चौड़ीकरण का काम चल रहा है, लेकिन इस बीच बाधा बन रहे भारत माता मंदिर को पीडब्ल्यूडी विभाग ने जेसीबी से ढहा दिया है। इसे गांधी चबूतरा के नाम से भी जाना जाता था।
समाजवादी पार्टी के मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने लिखा, काशी के प्रतीक चिन्हों को विकास के नाम पर तोड़कर भाजपा सरकार क्या वाराणसी की विरासत को ही खंडित कर देना चाहती है। अब रोहनिया में 55 साल पहले 1968 में बने गांधी चबूतरा व भारत माता मंदिर को चौड़ीकरण के नाम पर तोड़ दिया गया है। अगर ‘क्योटो’ इतिहास की धरोहर को धूल में मिलाकर बनना है तो परंपरा प्रेमी काशीवासियों के बीच इसके लिए एक सार्वजनिक जनमत करा लेना चाहिए।
55 साल पहले बना था मंदिर
बता दें कि भारत माता मंदिर, जिसे गांधी चबूतरा के नाम से भी जाना जाता है, इसे 1968 में बनाया गया था। सड़क के चौड़ीकरण में बाधा बन इस 55 साल पुराने मंदिर को पीडब्ल्यूडी विभाग ने बुलडोजर से ढहा दिया है। इसे लेकर व्यापारियों ने अपना आक्रोश भी प्रकट किया था। उनका कहना था कि पीडब्ल्यूडी विभाग से ही लड़कर इसे बनाया गया था और आज अपनी आंखों के सामने टूटटा हुआ देख रहा हूं। वहीं, पीडब्लूडी विभाग का कहना है कि सड़क चौड़ीकरण होने के बाद गंगापुर मार्ग और परमानंदपुर मार्ग तिराहे गांधी स्मारक स्थापित किया जाएगा।