ट्विटर पर उठी अखिलेश यादव का अकाउंट सस्पेंड करने की मांग, जानें पूरा मामला

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ट्विटर हैंडल को सस्पेंड करने की मांग ट्विटर पर उठ रही है। एक शख्स का मोबाइल नंबर सार्वजनिक रूप से ट्विटर पर डालने को लेकर ट्विटर यूजर्स उनके खिलाफ लामबंद नजर आ रहे हैं।

Update: 2020-02-16 14:36 GMT

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ट्विटर हैंडल को सस्पेंड करने की मांग ट्विटर पर उठ रही है। एक शख्स का मोबाइल नंबर सार्वजनिक रूप से ट्विटर पर डालने को लेकर ट्विटर यूजर्स उनके खिलाफ लामबंद नजर आ रहे हैं।

अखिलेश यादव ने एक वॉट्सऐप का स्क्रीनशॉट शेयर किया है, जिसमें एक शख्स ने उन्हें मैसेज भेजा है, जिसमें लिखा है- भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद, अमित शाह जिंदाबाद, मोदी जी जिंदाबाद, टोटी चोर।

इस स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'देश की राजनीति व्यक्तिगत धमकियों से होती हुई सार्वजनिक मंचों पर षड्यंत्रकारियों तक को भेजकर राजनेताओं को बदनाम करने की साजिश के निकृष्टतम दौर से गुजर रही है। लेकिन आज की समझदार जनता सब समझकर सत्ताधारियों के झांसे में नहीं आनेवाली बल्कि सत्ता का विरोध करनेवालों के साथ खड़ी है।'



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ट्विटर हैंडल सस्पेंड करने की मांग

कई ट्विटर यूजर्स को अखिलेश यादव द्वारा एक शख्स का मोबाइल नंबर सार्वजनिक तौर पर पोस्ट करना रास नहीं आया। ट्विटर इंडिया को टैग करते हुए @Lukky_Vaishnav नाम ने यूजर ने लिखा, अखिलेश यादव ने किसी शख्स की प्राइवेट इन्फॉर्मेशन शेयर की है।

क्या ये ट्विटर के नियमों का उल्लंघन नहीं है। तुरंत इनका अकाउंट सस्पेंड करें ताकि लगे कि आप राजनीतिक विचारधारा को लेकर निष्पक्ष हैं। @deshkaamit नाम के यूजर ने लिखा, ट्विटर को अखिलेश यादव का अकाउंट सस्पेंड कर देना चाहिए। उन्होंने किसी शख्स की निजी जानकारी शेयर की है। इसी तरह कई और यूजर्स ने भी इसे लेकर नाराजगी जताई है।

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युवक ने लगाए थे जय श्री राम के नारे

इससे पहले शनिवार को कन्नौज में अखिलेश पार्टी के महिला सम्मेलन में मौजूद थे, उसी दौरान भीड़ में घुसे एक युवक ने 'जयश्री राम' के नारे लगाए थे। इस दौरान उसको कार्यकर्ताओं ने पीटकर पुलिस को सौंप दिया था। इसके बाद अखिलेश ने कहा कि दो दिन पहले उन्हें फोन पर जान से मारने की धमकी मिली थी।

उन्होंने कहा था कि हो सकता है, सपा के कार्यक्रम में घुसे युवक को बीजेपी के किसी नेता ने भेजा हो।सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री अपनी सरकार के कामों का जिक्र कर रहे थे। इसी बीच सबसे पीछे खड़े एक युवक ने सवाल कर दिया कि बेरोजगारों के लिए क्या किया? पूर्व मुख्यमंत्री ने उसे आगे आने को कहा।

युवक आकर जवाब सुनने के बजाय बैरिकेड पर चढ़कर 'जय श्रीराम' के नारे लगाने लगा। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने उसकी पिटाई कर दी। अखिलेश मुख्यमंत्री ने अपनी जान को खतरा होने की बात बताते हुए कहा कि दो दिन पहले किसी ने फोन कर उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी।

सुरक्षा में चूक से नाराज पूर्व मुख्यमंत्री ने मौके पर तालाग्राम थाना प्रभारी को जमकर फटकार लगाई। इस घटना का वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है। कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि युवक से पूछताछ हो रही है कि वह वहां क्यों गया था। उस पर कार्रवाई की जाएगी।

बीजेपी पर बोला हमला

अखिलेश ने सम्मेलन में कहा था कि अमेरिका का सूचना तंत्र विकसित है, वह बता सकता है, लेकिन हमारे देश की सरकार को नहीं पता है कि पुलवामा में आरडीएक्स भरी गाड़ी किधर से आई थी, कौन लाया, किसने लाने दिया और किसकी लापरवाही से 40 जवान शहीद हो गए।

सरकार इसकी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने के बजाय सीएए, एनआरसी व एनपीआर लाकर इन सबसे ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। महिला सम्मेलन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी सरकार में प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ा है, प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से रोज माताओं-बहनों के खिलाफ अत्याचार की खबरें आ रही हैं।

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