UP Politics: 'जानेवालों की बात का क्या बुरा मानना...', अखिलेश यादव का सीएम योगी पर तंज
UP Politics: अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि, जिनकी अपने दल में कोई सुनवाई नहीं, उनकी बातें कौन सुने। वैसे भी जानेवालों की बात का क्या बुरा मानना।
UP Politics: उत्तर प्रदेश की राजनीति में सरकार और विपक्ष के बीच वार पलटवार का दौर जारी है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर एक बार फिर सीएम योगी पर तंज कसा है। अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा कि, जिनकी अपने दल में कोई सुनवाई नहीं, उनकी बातें कौन सुने। वैसे भी जानेवालों की बात का क्या बुरा मानना। अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में लिखा कि, जिनके शासन काल में महीनों आईपीएस फ़रार रहा हो, पंद्रह लाख प्रतिदिन की कमाई वाले थानों की चर्चा हो, भाजपाई ख़ुद ही पुलिस का अपहरण कर रहे हों और दंड संहिता की जगह बुलडोज़र संहिता ने ले ली हो, ‘क़ानून-व्यवस्था’ शब्द बनकर रह गये हों, न्यायालय की डपट खाना जिनकी आदत बन गयी हो, वो मौन ही रहें तो बेहतर है।
सीएम योगी पर तंज
मंगेश यादव एनकाउंटर मामले में सरकार और विपक्षा आमने सामने है। सपा, सरकार पर हमलावर है। वहीं सीएम योगी भी लगातार पलटवार कर रहे हैं। आज भी सीएम योगी ने अंबेडकर नगर से सपा पर निशाना साधा था। जिसके जवाब में अखिलेश यादव ने तंज कसा है। अखिलेश ने भाजपा और सीएम योगी के बीच अनबन को लेकर तंज कसा। उन्होंने लिखा कि जिसकी अपनी पार्टी में कोई सुनवाई नहीं है उनकी बात कौन सुने। साथ ही उन्होंने इस बात का भी संदेश दिया कि सीएम योगी जल्द ही पद से हटा दिए जाएंगे। उन्होंने लिखा कि जानेवालों की बातों का क्या बुरा मानना।
कानून व्यवस्था पर सवाल
अखिलेश यादव ने योगी सरकार में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया। उन्होंने लिखा कि सीएम योगी के शासन काल में आईपीएस फरार रहते हैं। साथ ही घूस लेने वाले थानों की चर्चा होती है। अखिलेश ने अपने पोस्ट में लिखा कि भाजपा सरकार में दंड संहिता की जगह बुलडोज़र संहिता ने ले ली है। इसके लिए सरकार को कोर्ट से फटकार भी लगती रहती है। सपा मुखिया ने लिखा कि इस सरकार में ‘क़ानून-व्यवस्था’ मजह शब्द बन कर रह गया है। इसलिए सरकार को कानून व्यवस्था के मामले पर मौन ही रहना चाहिए।