UP News: अखिलेश यादव CBI में नहीं होंगे पेश, बोले "मैं वीड‍ियो कॉन्‍फ्रेंस‍िंंग से जुड़ सकता हूं"

UP News: अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें पहले से ही सीबीआई क्लब में शामिल कर दिया है और अब भाजपा भी वही काम कर रही है।

Report :  Aakanksha Dixit
Update:2024-02-29 11:11 IST

अखिलेश यादव CBI में नहीं होंगे पेश source: social media

UP News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज यानी 29 फरवरी को सीबीआई के सामने पेश नहीं होंगे। केंद्रीय एजेंसी ने खनन घोटाला मामले में अखिलेश यादव को गवाह के तौर पर बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा था। अखिलेश यादव को दिल्ली आकर आज ही सीबीआई के सामने पेश होना था हालांकि, सूत्रों के अनुसार, अखिलेश यादव आज सीबीआई के सामने पेश नहीं होंगे। अखिलेश यादव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश होने की बात कही है।

डिम्पल यादव ने कहा 

अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने सीबीआई के समन पर टिप्पणी की है कि उनके पति पर दबाव बनाया जा रहा है। सरकार राज्यसभा चुनाव से पहले चिंतित है और इसीलिए अखिलेश यादव को सीबीआई द्वारा गवाह के रूप में बुलाने के लिए समन जारी किया गया है। सपा प्रवक्ता ने बात की कि अवैध खनन मामले में सीबीआई द्वारा भेजे गए समन पर पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव आज दिल्ली नहीं जाएंगे।

ई-निविदा प्रक्रिया के उल्लंघन मामले में जांच

सीबीआई ने अवैध खनन मामले में सपा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को गवाह के रूप में बुलाया है। अधिकारियों ने बताया कि दंड प्रक्रिया संहिता धारा 160 के तहत नोटिस जारी किया गया था। नोटिस अनुसार उन्हें 29 फरवरी को पेश होने के लिए कहा गया था। इस मामले में ई-निविदा प्रक्रिया के उल्लंघन की जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारी को जांच में गवाहों को बुलाने की अनुमति होती है।

अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने एक आरोप लगाया था कि तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यालय ने एक ही दिन में 13 परियोजनाओं को मंजूरी दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि अखिलेश यादव जिनके पास कुछ समय तक खनन विभाग भी था। जिनमें से 13 परियोजनाओं को 17 फरवरी 2013 को मंजूरी दी गई थी। सीबीआई ने दावा किया कि 17 फरवरी, 2013 को 2012 की ई-निविदा नीति का उल्लंघन करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय से अनुमोदन प्राप्त करने के बाद हमीरपुर की जिलाधिकारी बी. चंद्रकला द्वारा पट्टे दिए गए थे। उन्होंने ई-निविदा प्रक्रिया का उल्लंघन करते हुए 14 पट्टों को मंजूरी दी थी। 

सरकारी कर्मचारियों द्वारा अपराधिक साजिश

दर्ज की गई एफआईआर में बताया गया है कि आपराधिक साजिश में सरकारी कर्मचारियों ने निविदा प्रक्रिया का अवहेलना करते हुए नए पट्टों और नवीकरण पट्टों को अवैध रूप से जारी किया। उन्होंने लोगों को अवैध रूप से छोटे खनिजों का उत्खनन करने की अनुमति देकर खनिजों के अवैध अतिग्रहण की अनुमति दी गई। साथ ही छोटे खनिजों की चोरी और धन के अवैध अर्जन की अनुमति भी दी गई।

चुनाव के समय नोटिस आते हैं: अखिलेश

अखिलेश यादव को गवाह के रूप में उपस्थित होने के लिए कहा गया है। अखिलेश यादव ने बताया कि उन्हें पिछले चुनाव से पहले भी नोटिस मिला था और इस बार के चुनाव में भी एक नोटिस मिला है। सीबीआई की इस नोटिस को लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। अखिलेश यादव कहते हैं कि उन्हें पहले से ही सीबीआई क्लब में शामिल कर दिया है और अब भाजपा भी वही काम कर रही है। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए सपा-कांग्रेस के बीच समझौता हुआ है। दोनों दल प्रदेश में गठबंधन में लड़ रहे हैं। सपा ने कांग्रेस को गठबंधन के तहत 17 सीटों पर उम्मीदवार चुनने की स्वीकृति दी है। वहीं, भाजपा दावा कर रही है कि लोकसभा चुनाव 2024 में पार्टी सभी 80 सीटों पर विजयी होकर रहेगी।

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