Aligarh News: एडीजी राजीव कृष्ण ने कहा- पुलिस की जॉब है चैलेंजिंग, जानिए और क्या बोले अलीगढ़ पहुंचे ADG

Aligarh News: एडीजी आगरा जोन राजीव कृष्ण ने पुलिस लाइन और पुलिस ऑफिस का निरीक्षण किया। उन्होंने जनपद में हो रही अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई का अवलोकन किया।

Update:2023-05-17 16:08 IST

Aligarh News: एडीजी आगरा जोन राजीव कृष्ण मंगलवार शाम अचानक अलीगढ़ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पुलिसिंग के विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण किया। उन्होंने पब्लिक से जुड़ी समस्याओं के निस्तारण और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की हकीकत परखी। एडीजी को अचानक अपने बीच देख जनपद के कुछ पुलिसकर्मियों की हवाईयां उड़ गईं।

पुलिस लाइन और कार्यालय का निरीक्षण

एडीजी आगरा जोन राजीव कृष्ण ने पुलिस लाइन और पुलिस ऑफिस का निरीक्षण किया। उन्होंने जनपद में हो रही अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई का अवलोकन किया। जनप्रतिनिधियों और पुलिस विभाग के पेंशनर्स के साथ वार्ता की। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान अलीगढ़ पुलिस की अच्छी स्थिति पाई गई है। नागरिकों की सुविधा के लिए आगे भी बेहतर पुलिसिंग की जाएगी। उन्होंने बताया कि स्टेट लेवल पर दो माफिया चिन्हित है। दोनों ही माफिया जेल में है। उनकी ₹70 करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। दोनों के खिलाफ एनएसए(NSA) के तहत पुलिस कठोर कार्रवाई कर रही है। अन्य माफियाओं पर भी शिकंजा कस दिया गया है।

आइपीएस के निधन पर जताया शोक

आइपीएस दीपक रतन के निधन पर उनके बैच के साथी आगरा जोन के एडीजी राजीव कृष्ण ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि दीपक हमारे बहुत अच्छे मित्र थे। हमारे बैच के थे। बहुत अच्छे इंसान और अच्छे अधिकारी थे। उन्होंने कहा कि उनके बारे में मैं कोई अतिशयोक्ति नहीं बता रहा हूं। वह बहुत अच्छे इंसान थे। उन्होंने कहा कि जहां तक दबाव, तनाव प्रेशर की बात है। तो पुलिस महकमा एक चैलेंजिंग जॉब है। उन्होंने बताया कि यह नौकरी का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि दीपक की मृत्यु का कारण जो भी है। वह अभी सामान्य रुप से इस्टैबलिश्ड नहीं हो सका है।

पुलिस का नौकरी है चुनौतियों से भरी

आगरा जोन के एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया पुलिस का नेचर ऑफ जॉब बहुत चैलेंजिग होता है। उस माहौल में काम करना और हर परिस्थिति को स्वीकार करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सेम सिचुएशन में कई लोग डिफरेंट रिस्पांस करते हैं। ज्यादा टेंशन लेते हैं। कई लोग उसी चीज को अपने रिस्पांस को नियंत्रित रखते हैं। कई लोग उस रिस्पांस में एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी या परेशानियों से विचलित हो जाते हैं। कई लोग कठिन परिस्थिति में कूल रहते हैं। उन्होंने कहा कि परिस्थितियां ( रिस्पांस) हमारे हाथ में है। इसीलिए हमारे डिपार्टमेंट में ट्रेनिंग होती है। ट्रेनिंग से सिचुएशन कंट्रोल में होती है। उन्होंने बताया कि कई बार सवालों का जवाब अधिकारी झल्लाहट में देता है। यह उसका रिस्पॉन्स है। वहीं दूसरा अधिकारी उसी सवाल पर संजीदगी से जवाब देगा। उन्होंने कहा कि पुलिस की नौकरी में टेंशन नेचर ऑफ जॉब है। यह हमारी चुनौतियां है। इसीलिए मीडिया में पुलिस को प्रमुखता से लिखा जाता है। जो नेगेटिव या पॉजिटिव दोनों हो सकता है। आईटी इंजीनियर का भी जॉब चैलेंजिंग होता है। लेकिन उसे मीडिया में प्रमुखता नहीं दी जाती।

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