Aligarh News मुस्लिम समुदाय के लोगों ने यह मकान बिकाऊ है गुंडों के डर से लगाएं पोस्टर,जबरन घर का बैनामा कराने का आरोप!

Aligarh News: दादों थाना क्षेत्र में दबंगों के डर से एक मुस्लिम परिवार द्वारा अपने मकान पर पोस्टर लगाने की खबर को कवर करना एक पत्रकार को उस समय महंगा पड़ गया, जब न्यायालय में विचाराधीन मकान के एक मामले में दबंग मानसिकता वाले लोगों ने जबरन फर्जी बैनामा करा लिया।;

Update:2025-02-18 19:13 IST

Aligarh News: दादों थाना क्षेत्र में दबंगों के डर से एक मुस्लिम परिवार द्वारा अपने मकान पर पोस्टर लगाने की खबर को कवर करना एक पत्रकार को उस समय महंगा पड़ गया, जब न्यायालय में विचाराधीन मकान के एक मामले में दबंग मानसिकता वाले लोगों ने जबरन फर्जी बैनामा करा लिया। जिससे मुस्लिम समुदाय के लोग आक्रोशित हो गए और उन्होंने दबंगों के डर से अपने मकान की दीवारों पर मकान बिकाऊ है का पोस्टर लगा दिया। मुस्लिम समुदाय के लोगों के पलायन की खबर मिलने पर स्थानीय पत्रकार मौके पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि पुलिसकर्मी पलायन कर रहे लोगों के घरों से पोस्टर हटा रहा है। यह बात सिपाही को पसंद नहीं आई। तभी वहां मौजूद सिपाही ने घटना की कवरेज कर रहे पत्रकार को लाठी से पीटना शुरू कर दिया। उसने उसके मोबाइल पर डंडा मारकर उसका मोबाइल फोन तोड़ दिया। जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई।

मामला हाथ से निकलता देख पत्रकार से बदसलूकी करने वाला सिपाही मौके से भागने लगा। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मिली जानकारी के अनुसार मकानों पर पलायन के पोस्टर लगे होने की सूचना पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और करीब चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पलायन के पोस्टर हटवाए गए। पुलिस ने बताया है कि मामले की जांच की जा रही है। मकान के मालिकाना हक को लेकर मामला सिविल कोर्ट अतरौली में विचाराधीन है।

मिली जानकारी के अनुसार छर्रा सकरा रोड निवासी जमील पुत्र तकी मोहम्मद का कहना है कि उसने करीब 36 साल पहले कस्बा निवासी इंद्रजीत से एक प्लाट खरीदा था। इस प्लाट को खरीदने के बाद उसने मकान बनवाया, जिस पर नगला परसी निवासी एक व्यक्ति ने इस मकान को प्लाट दिखाकर बैनामा करा लिया है। इसकी जानकारी होने पर पीड़ित ने अतरौली न्यायालय में अपना वाद दायर किया, जो वर्तमान में विचाराधीन है। न्यायालय से यथास्थिति के आदेश जारी हो चुके हैं। इसके बावजूद प्रभावशाली व्यक्ति और उसके साथियों ने फर्जी बैनामा करा दिया। यही कारण है कि न्याय न मिलता देख उसने अतरौली न्यायालय में वाद दायर किया है। 17 फरवरी को देर शाम पीड़ित जमील समेत करीब एक दर्जन परिवारों ने अपने मकानों पर 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर चिपका दिए और 'गुंडों के डर से पलायन' की बात कही। पुलिस ने इसका संज्ञान लिया। थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और पीड़ित को समझाने का प्रयास किया। करीब चार घंटे बाद पोस्टर हटा दिए गए।

इसी बीच एक स्थानीय पत्रकार ने मकान पर लगे 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर फाड़ते हुए वीडियो बना लिया। यह देख एक सिपाही भड़क गया। उसने वीडियो बना रहे एक निजी संस्थान के पत्रकार पर डंडा मारा। डंडे से मारकर मोबाइल फोन तोड़ दिया। पुलिसकर्मी द्वारा पत्रकार पर डंडा मारने और उसका मोबाइल फोन तोड़ने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। खुद को चारों तरफ से घिरा देख पुलिसकर्मी मौके से भागने लगे। उन्होंने पत्रकार का मोबाइल तोड़ दिया और मौके से भाग गए। पुलिसकर्मियों की पूरी घटना को मौके पर मौजूद एक स्थानीय व्यक्ति ने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

वायरल वीडियो के बारे में सीओ छर्रा महेश कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है! वीडियो में एक पुलिसकर्मी हाथ में डंडा लिए हुए नजर आ रहा है! और पुलिसकर्मी डंडे से एक व्यक्ति को हटाने की कोशिश करता नजर आ रहा है! बताया जा रहा है कि कांस्टेबल दांदो थाने में तैनात है! वीडियो के संबंध में पुलिस जांच टीम गठित कर दी गई है! जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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