Allahabad University violence: छात्रों को कार्रवाई का इंतजार, परिसर में तनावपूर्ण शांति

Allahabad University Violence: सिक्योरिटी गार्ड्स की गिरफ्तारी के लिए जिला प्रशासन ने छात्रों से 48 घंटे का समय मांगा है। विश्वविद्यालय में तनावपूर्ण शांति छायी है।

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Update:2022-12-21 08:24 IST

Allahabad University violence (photo: social media )

Allahabad University Violence: इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर में बड़े पैमाने पर हिंसा और आगजनी के एक दिन बाद मंगलवार को एक छात्र नेता और सुरक्षा गार्डों द्वारा दो क्रॉस-एफआईआर दर्ज कराई गई थीं। फिलहाल इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रों का आंदोलन अगले 48 घंटे के लिए स्थगित है। क्योंकि सिक्योरिटी गार्ड्स की गिरफ्तारी के लिए जिला प्रशासन ने छात्रों से 48 घंटे का समय मांगा है। विश्वविद्यालय में तनावपूर्ण शांति छायी है।

पहली प्राथमिकी कर्नलगंज थाने में एक पूर्व छात्र नेता ने सोमवार देर रात विश्वविद्यालय के 30-40 सुरक्षा गार्डों के खिलाफ दर्ज कराई थी, जबकि दूसरी मंगलवार को विश्वविद्यालय के एक सुरक्षा गार्ड ने आठ छात्र नेताओं के खिलाफ दर्ज कराई थी। इंस्पेक्टर कर्नलगंज राम मोहन राय ने कहा, हमने दोनों पक्षों से प्राथमिकी दर्ज की है और जांच शुरू कर दी है। मंगलवार को बंद रहे विश्वविद्यालय परिसर में आरएएफ, पीएसी और स्थानीय पुलिस सहित भारी पुलिस बल तैनात रहा।

पुलिस और जिला प्रशासन ने आंदोलनकारी छात्र नेताओं के साथ बातचीत की, जिन्होंने पुलिस को 'दोषी' सुरक्षा गार्डों को गिरफ्तार करने और मामले में मुख्य प्रॉक्टर प्रोफेसर हर्ष कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।

हिंसा में एक दर्जन से अधिक छात्र घायल

आपको बता दें कि यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा में एक दर्जन से अधिक छात्र घायल हो गए थे, चार बाइकों में आग लगा दी गई थी, शिक्षकों की कारों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था और हिंसा में एक इमारत की खिड़की के शीशे सोमवार को पत्थरों से टूट गए थे। परिसर में एक पूर्व छात्र नेता को कथित रूप से घुसने से रोकने के बाद हिंसा भड़क उठी थी।

पूर्व छात्र नेता विवेकानंद पाठक की सुरक्षा गार्डों द्वारा कथित रूप से पिटाई में सिर में चोट लगी थी। घटना के बाद कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महासचिव पाठक ने सोमवार रात ही कर्नलगंज पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करायी थी। पाठक ने अपनी शिकायत में तीन सुरक्षा गार्डों प्रभाकर सिंह, एमके पांडे और तारा चंद्रा का नाम लिया था। उनकी शिकायत पर 30-40 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई थी। दूसरी प्राथमिकी प्रभाकर सिंह ने मंगलवार को पाठक सहित आठ छात्र नेताओं के खिलाफ दर्ज कराई थी। छात्र नेता अजय यादव सम्राट ने कहा, हमने सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को 48 घंटे का समय दिया है और हम यह भी चाहते हैं कि मुख्य प्रॉक्टर प्रोफेसर हर्ष कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए।

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