Ambedkar Nagar: पुलिस चौकी से दरोगा के रुपये हो गए चोरी, वाहन चालक की बुरी तरह से की गई पिटाई
Ambedkar Nagar: इब्राहिमपूर पुलिस की तानाशाही लगातार सामने आ रही है। नया मामला एनटीपीसी चौकी से तैनात दरोगा के रुपये चोरी होने पर निजी वाहन चालक पर आरोप लगाते हुए उसकी बुरी तरह पिटाई की।
Ambedkar News: इब्राहिमपूर पुलिस (Ibrahimpur Police) की तानाशाही लगातार सामने आ रही है। नया मामला एनटीपीसी चौकी का है जहां पर तैनात दरोगा शत्रुघन यादव का 50 हजार रुपया कथित रूप से चोरी हो गया तथा इल्जाम पुलिस चौकी के निजी वाहन चालक जोखन राम पर लगाते हुए उसकी बुरी तरह पिटाई की गई, जिसके निशान आज भी उसकी शरीर पर हैं। पुलिस द्वारा वाहन चालक पर लगाया गया चोरी का आरोप निराधार साबित हुआ तो उसे बहलाया फुलाया जाने दिया गया।
सब अफवाह है कोई चोरी नही हुई है: इब्राहिमपुर थानाध्यक्ष
घटना के बाद चौकी इंचार्ज छुट्टी लेकर घर चले गए लेकिन वाहन चालक को घर नहीं जाने दिया जा रहा है क्योंकि उन्हें यह डर है की वाहन चालक अगर चौकी से बाहर निकला तो स्थानीय पुलिस की पोल खुल जायेगी। वहीं, इब्राहिमपुर थानाध्यक्ष सुनील कुमार पांडेय ने कहा कि सब अफवाह है कोई चोरी नही हुई है और वाहन चालक के साथ अभद्रता नही की गई है। सबसे बड़ी समस्या तो यही है कि अब साहब स्वीकार कैसे करें क्योंकि मामला स्वीकार करने के बाद चोरी हुई रकम का पूरा विवरण देना होगा जो पुलिस के पास नहीं होगा। वहीं वाहन चालक के शरीर पर पुलिस के डंडे के निशान पुलिस की बर्बरता को साबित करने के लिये काफी है।
पूरे मामले को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं
सूत्र बताते हैं कि चौकी प्रभारी सहित वाहन चालक जोखन राम व चौकी के सिपाही किसी तांत्रिक के पास भीटी कोतवाली क्षेत्र में गए हुए थे जहां से उन्हें जानकारी मिली कि पैसा किसी पुलिसकर्मी ने ही चुराया है। पूरे मामले को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं है जिससे स्थानीय पुलिस की खूब किरकिरी हो रही है। लोगों का कहना है कि जब पुलिस स्वयं के पैसों की सुरक्षा नहीं कर पा रही है तो जनता की सुरक्षा क्या करेगी। वैज्ञानिक विधि से गंभीर मामलों में खुलासा करने वाली पुलिस आज तांत्रिकों के बातों पर विश्वास कर रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
वाहन चालक से मेरी बात हुई है उसने ऐसी किसी भी घटना से साफ इनकार किया है: थानाध्यक्ष
वार्ता के दौरान इब्राहिमपुर थानाध्यक्ष ने कहा कि वाहन चालक से मेरी बात हुई है उसने ऐसी किसी भी घटना से साफ इनकार किया है, जबकि वाहन चालक से उक्त संबंध में खबर लिखे जाने तक थानाध्यक्ष की किसी भी प्रकार की वार्ता नहीं हुई है। कुल मिलाकर थानाध्यक्ष इब्राहिमपुर उच्च अधिकारियों को भी गुमराह कर रहे हैं। वाहन चालक को मारने पीटने में कांस्टेबल अंकित यादव,संदीप यादव सहित अन्य चौकी पर तैनात पुलिस कर्मी शामिल हैं।
देखने वाली बात तो यह रही की घटना के बाद कांस्टेबल अंकित यादव द्वारा इब्राहिमपुर से अपना स्थानांतरण करवा लिया गया। बता दें कि इसके पूर्व अंकित यादव का पांच हज़ार रुपये पुलिस चौकी से गायब हुआ था उस समय भी इसी वाहन चालक पर बल प्रयोग किया गया था लेकिन चोर पुलिस चौकी का ही भंडारी निकला था, जिसे इस कृत्य के बाद काम से निकाल दिया गया था। इस समय पवन नामक व्यक्ति जो चौकीदार है वही कथित रूप से पुलिस चौकी एनटीपीसी पर भंडारी का कार्य कर रहा है।
सूत्र बताते हैं कि पुलिस चौकी में जिस कमरे में टीवी लगी हुई है उसी कमरे में दरोगा जी का पैसा रखा हुआ था और मैच देखने के दौरान ही किसी पुलिसकर्मी ने उनके पैसे पर हाथ साफ कर दिया। हालांकि यह जांच का विषय है जो अत्यंत आवश्यक है क्योंकि इस बार जनता का नहीं बल्कि पुलिस चौकी से चौकी इंचार्ज का पैसा चोरी हुआ है।
उच्च अधिकारी इस मामले में किस प्रकार का रवैया
अब देखना यह है कि उच्च अधिकारी इस मामले में किस प्रकार का रवैया अख्तियार करते हैं। अगर इस पूरे मामले में गंभीरता से निष्पक्ष जांच की गई तो चौकी इंचार्ज से लेकर थानाध्यक्ष तक कार्यवाही के जद में आएंगे। इस संबंध में पुलिस कप्तान अजीत सिन्हा से वार्ता करने पर उन्होंने कहा कि जाँच कर कार्यवाही की जाएगी।