Amethi News: गोकशी मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी ना होने से लोगों में आक्रोश, फांसी की सजा की मांग

Amethi News: सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दोषियों को फांसी की सजा की मांग किया है। गोकशी के मामले में पांच दिन पूर्व ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव के ऊपर मुकदमा दर्ज हुआ था।

Update:2023-02-07 19:45 IST

सांकेतिक तस्वीर (फोटो: सोशल मीडिया)

Amethi News: पांच दिन बीत जाने के बाद भी गो आश्रय स्थल में हुई गोकशी के मामले में आरोपियों को पकड़ने में पुलिस को सर्द मौसम में भी पसीने छूट रहे है। सामाजिक कार्यकर्ताओं में जहां गोकशी की घटना पुलिस की कार्य शैली से आक्रोश देखने को मिला है। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दोषियों को फांसी की सजा की मांग किया है। गोकशी के मामले में पांच दिन पूर्व ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव के ऊपर मुकदमा दर्ज हुआ था।

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जहां गोवंश के संरक्षण के लिए लाखों रुपए खर्च कर पशु आश्रय स्थल का निर्माण करा रहे है। वहीं अमेठी के जगदीश पुर थाना क्षेत्र के मरौचा तेतार पुर में पशु आश्रय स्थल पर हुई। गोकशी के मामले में पुलिस मुकदमा दर्ज होने के पांच दिन बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार नही कर पाई है।

तेतारपुर गांव स्थित गौ आश्रय स्थल के निकट तीस जनवरी को गौकशी होने की घटना की सूचना गांव के चौकीदार ने उच्चाधिकारियों को दी थी। जिसके चलते दो फरवरी की रात जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा पुलिस अधीक्षक डॉ इलामारन व मुख्य विकास अधिकारी सान्या छाबड़ा ने पुलिस टीम के साथ गांव में जांच पड़ताल की जहां गोवंश व अवशेष मिले थे।

उसके बाद पुलिस ने जेसीबी से गड्ढा खुदवाकर अवशेष को दफन करवाया था। गाँव के चौकीदार की तहरीर पर पुलिस ने प्रधान दिनेश मौर्य व ग्राम विकास अधिकारी अखिलेश गौतम के खिलाफ गौवध निवारण अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज किया था। परन्तु पांच दिन बीत जाने के बाद भी नामजद अभियुक्त पुलिस पकड़ से दूर है। वहीं पुलिस इस मामले में अब तक दर्जनों लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है। पता चला है कि पुलिस अभी कई लोगों को हिरासत में लेकर घटना के बारे में जानकारी जुटा रही है। वहीं नामजद अपराधियों को गिरफ्तार करने से पुलिस बच रही है।

सामाजिक कार्यकर्ता अल्लू मियां कहते हैं कि मरौचा तेतारपुर में लगभग 70 गायें गायब होने की चर्चा चल रही है। इस तरह की घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा की मामले की सघनता से जांच होनी चाहिए। जो भी दोषी पाए जाएं उनको कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने भी पुलिस अधिकारियों से मामले की जांच और कार्रवाई करने की बात कही है।

उन्होंने कहा कि जो दोषी है उन्हें किसी भी हालत में छोड़ा ना जाए और जो लोग गरीब हैं उन्हें फर्जी रूप से इस घटना में ना फसाया जाए। पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस जिस तरीके से निर्दोष लोगों को ले जा रही है। कम से कम उनके परिजनों को सूचना देनी चाहिए। उन्होंने प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि इलाके में शांति अमन कायम रखने के लिए प्रशासन को मामले में पारदर्शिता के साथ सख्त कदम उठाना चाहिए।

वहीं रामजी अग्रहरि विश्व हिंदू परिषद के कोषाध्यक्ष कहते हैं कि जगदीशपुर के तेतारपुर में 70 गायें गायब हुई हैं। उसमें गोकशी का मामला सामने आया है। जिसके संबंध में हमारा संगठन घोर निंदा करता है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग किया है। उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इस मामले में पुलिस पैसे का लेनदेन करके कुछ लोगों को बचाना चाह रही है। यह बहुत ही निंदनीय है। जो प्रधान और उनके सचिव मिलीभगत से इस घटना को अंजाम दिए हैं। हम इस घटना की निंदा करते हैं मामले में दोषियों के फांसी की सजा दी जाए।

जगदीशपुर थाना क्षेत्र इन दिनों गोकशी का हब बन गया है। कोतवाली क्षेत्र के पूरे गौहर, खैरातपुर, दौलतपुर लोनहट, मुजाहिदखानी, निहालपुर सहित दर्जनों गांवों में शाम होते ही गौ तस्करी व गोमांस का धंधा शुरू हो जाता है। जो भोर होने तक चलता रहता है। धंधे में लिप्त लोग मांस को एकत्र कर गाडियों में भरकर बाहर भेजते रहते हैं। तश्कर मांस से भरी गाड़ियों को कस्बा चौराहा आदि स्थानों से लेकर जाते रहते है। जहां पर पुलिस का पहरा भी रहता है। परंतु पुलिस को गोमांस तश्करी की भनक तक नहीं लगती है। सूत्रों की मानें तो पुलिस की सरपरस्ती में गोकशी का धंधा काफी समय से चल रहा है।

वहीं पूरे मामले में अपर पुलिस अधीक्षक हरेंद्र कुमार ने बताया की मामले की जांच की जा रही है। पूरी पारदर्शिता के साथ जांच हो रही है। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही होगी।

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