Coronavirus: अमेठी में तीसरी लहर से निपटने के लिए बाल रोग विशेषज्ञों की टीम गठित
जल्द ही तैयार होंगे 5 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट
अमेठी। सबसे खतरनाक मानी जा रही कोरोना की तीसरी लहर से जंग की तैयारी जनपद में शुरू हो गई है। शासन के निर्देश पर कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए बाल रोग विशेषज्ञों को प्रक्षिशित करने के साथ बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा है। जनपद के चार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर दस-दस ऑक्सीजन युक्त बेड़ों की व्यवस्था कर दी गई है। कोविड-19 की तीसरी लहर को लेकर जनपद में अभी से स्वास्थ्य सुविधाएं सुदृढ़ करने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
तीसरी लहर से खासकर बच्चों पर ज्यादा प्रभाव पड़ेगा, जिसको लेकर अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन व आवश्यक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी आशुतोष दुबे ने बताया की तीसरी लहर के दृष्टिगत बच्चों के इलाज, पर्यवेक्षण एवं बाल चिकित्सक आईसीयू के प्रभावी संचालन हेतु बाल रोग विशेषज्ञ की टीम गठित की गई है, साथ ही जनपद में संचालित 4 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 10-10 ऑक्सीजन युक्त बेडों की स्थापना कर दी गई है तथा 2 शैय्यायुक्त एच0डी0यू0 की स्थापना हेतु बेडों का चिन्हीकरण कर लिया गया है, जिला संयुक्त चिकित्सालय गौरीगंज तथा 200 शैय्या युक्त जिला रेफरल चिकित्सालय तिलोई में 20-20 ऑक्सीजन युक्त बेडों की स्थापना की गई है। तथा 20-20 एच0डी0यू0 स्थापना हेतु बेडों का चिन्हांकन किया गया है। इसके साथ ही 16 वेंटीलेटर, 8 बाइपैप, बच्चों के लिए माॅस्क एवं अन्य आवश्यक औषधि व सामग्री की प्राप्ति हेतु उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन लिमिटेड लखनऊ को मांग पत्र प्रेषित किया गया है।
टेक्नीशियन के लिए निविदा आमंत्रित
जनपद में टेक्नीशियन की व्यवस्था हेतु जेम पोर्टल के माध्यम से बिड आमंत्रित कर सेवा प्रदाता का चयन प्रक्रियाधीन है। जो अति शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। मरीजों के परिजनों के रहने के लिए भी जिला चिकित्सालय गौरीगंज में रैन बसेरा को आरक्षित कर दिया गया है।
लैब स्थापना का कार्य जोरों पर
मरीजों को शीघ्र तज-चबत की जांच उपलब्ध हो सके। इस हेतु जिला चिकित्सालय गौरीगंज में बीएसएल- 2 लैब की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। आवश्यक उपकरण एवं मानव संसाधन की व्यवस्था हो गई हैं। माह के अंत तक लैब संचालित हो जाएगी।
जल्द ही तैयार होंगे 5 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट
जनपद में प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध हो सके इसके लिए 5 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित कराया जा रहा है जोकि लगभग 15 जून तक क्रियाशील हो जाएंगे, इसके साथ ही जनपद में वर्तमान समय में 24 वेंटीलेटर एवं 165 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध एवं क्रियाशील है।
तीसरी लहर से निपटने के लिए बाल रोग विशेषज्ञों की टीम गठित
जनपद में कोविड-19 की तीसरी लहर की संभावना के दृष्टिगत बचाव एवं रोकथाम हेतु बाल रोग विशेषज्ञों की टीम गठित की गई है, जिसमें डॉक्टर महेंद्र कुमार त्रिपाठी, डॉक्टर लईकुज्जमा, डॉक्टर सुधीर कुमार वर्मा को नामित किया गया है। उपरोक्त चिकित्सकों को विशेष तौर पर प्रशिक्षत करके बच्चों को बीमारी से बचाने के लिए तैयार किया जा रहा है।
डॉ लईकुज्जमा नोडल अधिकारी नामित
कोविड 19 की तीसरी लहर से निपटने के लिए डॉ लईकुज्जमा बालरोग विशेषज्ञ को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। उन्होंने बताया की बाल रोग विशेषज्ञों को प्रक्षिशित करके तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयार किया जा रहा है।
पांच सिद्धांतो से टूटेगी कोरोंना चेन
इंफ्राइस्ट्रक्चर, प्रशिक्षण, वैकिनेशन, एकांत वास और शारीरिक दूरी पर जोर देकर तीसरी लहर से निपटने के लिए फोकस किया जा रहा है। साफ सफाई, शारीरिक दूरी और घरों में रहकर ही कोविड़ को मात दिया जा सकता है। वैक्सिनेशन से इस महामारी को हराया जा सकता है। जिला अधिकारी के निर्देश पर Coronavirusस्वास्थ महकमा युद्ध स्तर पर जुटा हुआ है।