Amethi News: बेटे ने करवा दी पिता की हत्या, पुलिस ने किया खुलासा, वजह जान हो जाएंगे हैरान
Amethi News: घटना के संबंध में पूछने पर अनुराग तिवारी ने बताया कि अर्पित पाण्डेय मेरे बड़े भाई अरुण तिवारी के सगे साले हैं। अर्पित पाण्डेय व इनके पिता शिवशंकर पाण्डेय (मृतक) के मध्य जमीनी विवाद चल रहा था।
Amethi News: एसडीएम के अर्दली की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया। पुलिस के खुलासे में चौकाने वाले तथ्य सामने आए है। बेटे ने जमीन के लिए अपने पिता की हत्या अपने रिश्तेदार से करवा दिया। पुलिस ने आरोपी हत्यारे और बेटे को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त बाइक भी बरामद कर लिया है। दोनो आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के लिए भेज दिया है।
पुलिस द्वारा मंगलवार को जारी प्रेस नोट के अनुसार तीन जनवरी को अर्पित पाण्डेय पुत्र शिवशंकर पाण्डेय निवासी ग्राम महिमापुर थाना गौरीगंज द्वारा अमेठी थाने पर तहरीर दी गयी कि उसके पिता शिव शंकर पाण्डेय तहसील गौरीगंज में उप जिलाधिकारी गौरीगंज के अर्दली के पद पर कार्यरत थे। 31 दिसंबर को उसके पिता जब घर नही आये तो काफी खोजबीन किया। उनका फोन भी बंद आ रहा है। उनका शव ताला रेलवे स्टेशन के निकट मिला। बेटे की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
पीएम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि हुई। पुलिस ने पुछताछ के दौरान पाया कि उसका बेटा ही घटना में शामिल है। 16 जनवरी को एसएचओ अमेठी अरुण द्विवेदी को मुखबिर से सूचना मिली कि हीरो होण्डा स्पेलेण्डर प्लस मोटरसाइकिल संख्या यूपी 36 क्यू 5429 सवार दो व्यक्ति बारामासी की तरफ आ रहे है। यदि उनको पकड़ा जाये तो ताला खजुरी रेलवे लाइन के मध्य हत्या कर शव के फेकनें की घटना के संबंध में जानकारी प्राप्त हो सकती है।
उक्त सूचना पर पुलिस टीम द्वारा गौरीगंज-अमेठी मार्ग पर शुक्लडीह मोड़ के पास मोटरसाइकिल सवार दो व्यक्तियों को घेरकर पकड़ लिया गया। जिन्होंने नाम पता पूछने पर अपना नाम अनुराग तिवारी उर्फ राम जी तिवारी पुत्र कृष्णदेव तिवारी नि0 ग्राम मधवापुर व दूसरे ने अपना नाम अर्पित पाण्डेय उर्फ गणेश पुत्र शिवशंकर पाण्डेय उर्फ भोला पाण्डेय निवासी ग्राम महिमापुर बताया।
घटना के संबंध में पूछने पर अनुराग तिवारी ने बताया कि अर्पित पाण्डेय मेरे बड़े भाई अरुण तिवारी के सगे साले हैं। अर्पित पाण्डेय व इनके पिता शिवशंकर पाण्डेय (मृतक) के मध्य जमीनी विवाद चल रहा था। शिवशंकर पाण्डेय ने अपनी जमीन को बेचनें के लिये इकरारनामा कर दिये थे। अपने वेतन तथा केसीसी पर लोन लिये थे। जिस कारण परिवार में कलह हो रहा था। अनुराग तिवारी ने बताया कि 31 दिसंबर को अर्पित पाण्डेय के घर गया था। जहां अर्पित पाण्डेय के साथ शिवशंकर पाण्डेय की हत्या की योजना बनाये थे। उसी दिन 09:45 बजे शिवशंकर पाण्डेय तहसील गौरींगंज से ड्यूटी करने के बाद साइकिल से अपने घर आ रहे थे।
तभी मैनें ग्राम सराय भागमती नहर पुलिया के पास लोहे की पाइप से शिवशंकर पाण्डेय पर जान से मारने की नियत से प्रहार किया तो शिवशंकर पाण्डेय साइकिल से गिर गये।जिसके बाद लोहे की पाइप को शिवशंकर के गले पर रखकर दबा दिया। जिससे उनकी मौके पर मृत्यु हो गयी। जिसके बाद शिवशंकर पाण्डेय को अपनी इसी मोटरसाइकिल पर पीछे मफलर से बाँधकर ताला खजूरी रेलवे क्रासिंग के पास फेक दिया था। शिवशंकर पाण्डेय की साइकिल व जूतों को ग्राम शुक्लडीह से होकर जाने वाली नहर में फेक दिया था जिसमें एक जूता रास्ते में गिर गया था जिसे मैनें वापस आते समय मफलर व टोपी के साथ जला दिया था। उसके बाद शिव शंकर पाण्डेय के हत्या करने की सूचना उनके पुत्र अर्पित पाण्डेय को दे दिया।