Amethi: सपा विधायक ने राम लला के दर्शन की जताई इच्छा, विस अध्यक्ष को लिखा पत्र
Amethi News: गौरीगंज के सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सभी विधायकों को ले जाकर समरोह में शामिल कराने की इच्छा जताई है। उन्होंने इसके लिए विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना को पत्र लिखा है।
Amethi News: अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में प्रभु श्री राम के मूर्ति का आगामी 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी। प्राण प्रतिष्ठा समरोह को लेकर राजनीतिक गलियारे में सियासी हलचल भी तेज है। प्राण प्रतिष्ठा समरोह कार्यक्रम में निमंत्रण को लेकर नेताओं में घमासान मचा हुआ है। ऐसे में गरीगंज के सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में यूपी के सभी विधायकों को ले जाने के लिए विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना को पत्र लिख कर दर्शन कराने इच्छा जताई है।
विधायक ने विधानसभा अध्यक्ष को लिखा पत्र
अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में निमंत्रण को लेकर नेताओं में घमासान मचा हुआ है। ऐसे में गौरीगंज के सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सभी विधायकों को ले जाकर समरोह में शामिल कराने की इच्छा जताई है। उन्होंने इसके लिए विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना को पत्र लिखा है। विधान सभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में राकेश प्रताप सिंह ने लिखा है कि मेरी हार्दिक इच्छा है कि उत्तर प्रदेश, विधान सभा के सभी सदस्यों के साथ 22 जनवरी को पवित्र स्थल अयोध्या धाम में जन-जन के प्रभु मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के मंदिर में बाल विग्रह स्वरूप के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सम्मिलित होकर दर्शन लाभ प्राप्त कर सकूँ। इसके साथ उन्होंने आगे लिखा है कि सभी सदस्य आपके संरक्षण में वहाँ पहुँच सकें। पत्र में उन्होंने अनुरोध किया है कि विधान सभा के सभी वर्तमान सदस्यों को अयोध्या धाम ले जाने, लाने, ठहरने एवं दर्शनार्थ उचित स्थान दिलाने हेतु आवश्यक व्यवस्था के लिए आदेश दिया जाय।
सपा विधायक ने कहा की अयोध्या जाने के बारे में आप पूछ रहे हैं। मैंने तो पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना जी से अनुरोध किया है। 22 तारीख को की उत्तर प्रदेश के समस्त विधायकों को अयोध्या ले चले। उचित स्थान पर बैठाकर प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हम लोग सम्मिलित हो सके। ऐसा सौभाग्य प्राप्त करवायें कि हम सब विधानसभा अध्यक्ष जी के नेतृत्व में अयोध्या पहुंच सके।