मांगों के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों का प्रदर्शन, रोटी दो या मौत दो के लगाए नारे

कार्यकर्त्रियों ने कहा कि बढ़ती महंगाई के साथ विधायकों के वेतन में हुई बढ़ोतरी से उनके वेतन की तुलना की जाए। हमारे साथ न्याय किया जाए। कार्यकर्त्री अपर्णा ने कहा कि अगर नियमितीकरण नहीं किया जा सकता तो आंगनबाड़ी संस्था को बंद कर दिया जाए।

Update: 2016-09-10 10:49 GMT

कानपुर: आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों ने अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया। कार्यकर्त्रियां नियमितीकरण और मानदेय बढ़ाने की मांग कर रही हैं। कार्यकर्त्रियों ने रोटी दो या मौत दो के नारे लगाए और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

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न्याय की मांग

-आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां अपना मानदेय बढ़ाने की मांग कर रही हैं। उनका मानदेय फिलहाल 3 हजार रुपए है।

-हालांकि, कार्यकर्त्रियों की मूल मांग उन्हें राज्य कर्मचारी घोषित करने की है। विकल्प के रूप में वे मानदेय बढ़ाने की मांग कर रही हैं।

-आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों ने कहा कि राज्य सरकार उनसे दूसरे काम करवाती है, जो बंद किया जाएं। हम सिर्फ आंगनवाड़ी का काम करेंगे।

-प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि अन्य कामों में लगाए जाने से वे आंगनबाड़ी में कुपोषित बच्चों की उचित देखभाल नहीं कर पातीं।

-कार्यकर्त्रियों ने कहा कि बढ़ती महंगाई के साथ विधायकों के वेतन में हुई बढ़ोतरी से उनके वेतन की तुलना की जाए। हमारे साथ न्याय किया जाए।

-कार्यकर्त्री अपर्णा ने कहा कि अगर नियमितीकरण नहीं किया जा सकता तो आंगनबाड़ी संस्था को बंद कर दिया जाए।

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