बरेली: बहेड़ी के बिजौरिया गांव में ईद की नमाज पर बाहरी लोगों के प्रवेश को लेकर तनाव फैल गया। हालत बेकाबू होते देख पुलिस ने ईद के त्योहार को शांतिपूर्व ढंग से कराने के लिए गुरुवार को एक समुदाय के सैकड़ों लोगों को नजरबंद कर दिया। नमाजियों को प्रशासन वाहनों से भरकर मस्जिद तक ले गया और नमाज अदा कराई गई। दिनभर खौफ का माहौल बना रहा।
इसके बाद एक पक्ष ने पुलिस पर नाइंसाफी का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी है कि अगर पुलिस ने गांव में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक नहीं लगाएगी तो वह धर्म परिवर्तन करने को मजबूर हो जाएंगे।
क्या है मामला
-बहेड़ी के बिजौरिया गांव की मस्जिद में आसपास के गांवों के लोग भी नमाज के लिए आते हैं।
-ग्रामीणों का आरोप हैं दूसरे गांवों के लोग आपत्तिजनक हरकते करते हैं।
-बाहरी होने के कारण उन्हें पहचाना भी नही जा सकता।
-ऐसे में ग्रामीणों ने विरोध किया और उन्हे गांव में प्रवेश पर विरोध करने लगे।
कई दिन से चल रहा है विवाद
-गांव बिजौरिया में पड़ोस के गांव अलीपुर बमिया के लोग आते हैं।
-इसका बिजौरिया गांव के लोग विरोध कर रहे हैं।
-बीते शुक्रवार को बाहरी लोगों के आने से किसी टकराव की संभावना को देखते हुए गांव में बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई थी।
वाहनों में भरकर लाया गया
-गुरुवार सुबह कोतवाल अजय श्रोत्रीया, कानूनगो टीका राम भारी पुलिस बल तथा पीएससी के साथ गांव पहुंचे।
-विरोध की संभावना को देखते हुए युवाओं को गांव से बाहर लाया गया।
-इसके बाद अलीपुर बमिया के लोगों को ट्राली, मैजिक तथा मैक्स में मस्जिद तक लाया गया।
संदिग्ध गतिविधियों की चर्चाएं
-बिजौरिया के ग्रामीणों का आरोप है कि उनका विरोध किसी धर्म के लोगों से नहीं बल्कि बाहरी लोगों से है।
-बाहरी लोग गांव में आकर धार्मिक नारेबाजी करते हैं।
-इससे टकराव की स्थिति पैदा हो रही है, जबकि उनके गांवों में भी धार्मिक स्थल है।
गांववालों ने कहा कर लेगें धर्म परिवर्तन
-प्रशासन के इस कदम से सबकुछ शांतिपूर्ण ढंग से निपट गया।
-लेकिन जिन ग्रामीणों को खदेड़ा गया है उन्होंने चेतावनी दी है कि प्रशासन का रवैया नाइंसाफी भरा रहा।
-उनके गांव में बाहरी लोगों के प्रवेश को नहीं रोका गया तो मजबूरन वे धर्म परिवर्तन कर लेंगे।
एसडीएम बहेड़ी रामेश्वरनाथ तिवारी ने क्या कहा
-मामला ज्यादा बड़ा नहीं है, दोनों पक्षों की बातचीत से मामला सुलझा लिया जाएगा।
-शुक्रवार को नमाज गांव में पढ़वाई जाएगी।