मीडिया राइट टाइम कर देगी लापरवाह शिक्षकों को: अनुपमा जायसवाल

लालगंज के बीआरसी केंद्र पर आयोजित कार्यक्रम में अनुपमा जायसवाल ने जहां बच्चों को किताबें बांट कर अनुशासन का पाठ पढ़ाया। वहीं गर्भवती महिलाओं को फलाहार कराया। इस बीच अपने संबोधन में उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के 150 वर्ष पूरे हो गए हैं। खादी से बने यूनिफॉर्म प्रयोग होंगे तो जो छोटे छोटे रोजगार करते हैं उन्हें उनके क्षेत्र में काम भी मिलेगा।

Update: 2019-07-09 12:20 GMT
anupama jaisawal

रायबरेली: उत्तर प्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री, बाल पुष्टाहार अनुपमा जायसवाल बुधवार को रायबरेली के एक दिवसीय दौरे पर थीं । यहां लालगंज के बीआरसी केंद्र पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मीडिया के बंधू एक स्कूल को गोद लें। वहां कवरेज करने पहुंच जाएं तो ये टीचर अपने आप राइट टाइम हो जाएंगे और टाइम पर आना शुरू कर देंगे। वहीं पर बैठी बाल पुष्टाहार की महिलाओं को अन्नप्राशन से गोद भराई का कार्यक्रम भी हुआ।

पूरे उत्तर प्रदेश में देंगे खादी का यूनिफॉर्म

लालगंज के बीआरसी केंद्र पर आयोजित कार्यक्रम में अनुपमा जायसवाल ने जहां बच्चों को किताबें बांट कर अनुशासन का पाठ पढ़ाया। वहीं गर्भवती महिलाओं को फलाहार कराया। इस बीच अपने संबोधन में उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के 150 वर्ष पूरे हो गए हैं। खादी से बने यूनिफॉर्म प्रयोग होंगे तो जो छोटे छोटे रोजगार करते हैं उन्हें उनके क्षेत्र में काम भी मिलेगा।

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हम संपूर्ण उत्तर प्रदेश में खादी से बनी यूनिफॉर्म देने का काम करेंगे। स्काउट गाइड में बच्चों को यूनिफॉर्म नही मिल रहे हैं। तो अब दो जोड़ी यूनिफॉर्म में जो बच्चे स्काउट गाइड में हैं उनको हम एक जोड़ी स्काउट गाइड का यूनिफॉर्म भी देने का काम करेंगे।

शिक्षा मित्र को लेकर हुए सवाल पर भड़क गयीं मंत्री जी

शिक्षा मित्र को लेकर मंत्री से हुए सवाल पर मंत्री जी को नागवार गुजरा और उन्होंने मीडिया को ही पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया। मंत्री ने कहा कि ये प्रश्न मुझसे बहुत बार पूछा गया। मुझे अपेक्षा थी कि रायबरेली में बहुत सकारात्मक बदलाव हुआ है।

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उन्होंने कहा सुप्रीम कोर्ट के डिसीजन के बाद शिक्षक शिक्षा मित्र के पद पर लौटाए गए थे। सरकार ने उसमें त्वरित कार्यवाही करते हुए पैंतीस सौ से उनका वेतन बढ़ाकर दस हजार करने का काम किया। उनकी परीक्षा कराई जानी थी जिसे सरकार ने जल्दी और पारदर्शिता के साथ कराई। उनसठ हजार शिक्षकों की परीक्षा सरकार ने करा ली है केवल रिजल्ट आना बाकी है। ये सब शिक्षा मित्रों के हित में हुआ है।

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