Lucknow News: अखिल भारतीय अनएडेड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव बने डॉ. अनुराग सिंह
Lucknow News: अखिल भारतीय अनएडेड विश्वविद्यालय एवं महा विद्यालय एसोसिएशन नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. आरजे सिंह ने सीआईएमएस के प्रबंधक डॉ. अनुराग सिंह को अखिल भारतीय अनएडेड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय एसोसिएशन के अतिमहत्वपूर्ण राष्ट्रीय महासचिव के पद पर नियुक्त किया है।
Lucknow News: अखिल भारतीय अनएडेड विश्वविद्यालय एवं महा विद्यालय एसोसिएशन नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. आरजे सिंह ने सीआईएमएस के प्रबंधक डॉ. अनुराग सिंह को अखिल भारतीय अनएडेड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय एसोसिएशन के अतिमहत्वपूर्ण राष्ट्रीय महासचिव के पद पर नियुक्त किया है। डॉ. अनुराग सिंह की नियुक्ति के साथ शिक्षा जगत में हर्ष की लहर दौड़ गई है। तमाम संगठनों की ओर से डॉ. सिंह को बधाइयों का तांता लगा हुआ है। दो अगस्त को जारी किये गए इस पत्र में डॉ. आरजे सिंह ने विश्वास जताया है कि डॉ. अनुराग सिंह अपनी सम्पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी, वफादारी के साथ अपने दायित्वों के तहत राष्ट्रीय संगठन का कार्य पूरे भारत वर्ष में राष्ट्र निर्माण और सभी प्रकार की राष्ट्रीय शैक्षिक नीतियों के अंतर्गत करेंगे।
आपको बता दें कि डॉ. आरजे सिंह विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान (RSS) उ.प्र. एवं उ.प्र. स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन (T), लखनऊ के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। इसी तरह राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किये गए डॉ. अनुराग सिंह 1995 से सामाजिक व शिक्षा क्षेत्र में सक्रिय हैं। समय समय पर सामाजिक कार्यों व शैक्षिक संस्थानों को खोलने में इनका अभूतपूर्व योगदान रहा है। डॉ. सिंह ने लगभग सौ से अधिक स्कूल, कालेज खुलवाए हैं।
अनुराग सिंह ने जीतने बाद दिया बयान
सरकार की नीतियों के तहत इनका फोकस उन क्षेत्रों पर अधिक रहा है जो शिक्षा की दृष्टि से पिछड़े रहे हैं। जहां के बच्चों को स्कूली व कालेज की शिक्षा के लिए संघर्ष करना पड़ता था। बहुत दूर जाना पड़ता था। इस तरह जहां स्कूल नहीं, कालेज नहीं, महाविद्यालय नहीं है।
उन क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों विधायकों और मंत्रियों को प्रेरित कर वहां स्कूल, कालेज और महाविद्यालय खुलवाए और इसके लिए संघर्ष किया। डॉ. अनुराग सिंह अपने मिशन में अभी भी सक्रिय हैं इसी लिए लोगों की इनसे अपेक्षाएं भी जुड़ी रहती हैं। डॉ. अनुराग सिंह को अपने अप्रतिम योगदान के लिए कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है।