Up Nikay Chunav 2023: BJP की सहयोगी अपना दल ने भी मेयर पद पर ठोका दावा, मेरठ सीट के लिए मनोज की दावेदारी

Meerut News: नगर निकाय चुनाव में BJP की सहयोगी अपना दल (एस) भी प्रत्याशी उतारने की तैयारी में है। अपना दल (एस) की तरफ से मनोज कुमार सिंह मेरठ में महापौर पद के प्रत्याशी हो सकते हैं।

Update: 2023-04-08 21:37 GMT
मनोज कुमार सिंह पार्टी के अन्य नेताओं के साथ

Meerut News : नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सहयोगी अपना दल (एस) भी प्रत्याशी उतारने की तैयारी में है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी नेतृत्व 17 नगर निगमों में किसी को हिस्सेदारी देने के पक्ष में नहीं है। लेकिन, सहयोगी दलों ने जिसमें अपना दल (एस) के अलावा निषाद पार्टी (Nishad Party) भी शामिल है, निकाय चुनाव लड़ने की तैयारी में है।

जहां तक बात अपना दल (एस) की बात है तो मनोज कुमार सिंह (Manoj Kumar Singh) मेरठ महापौर पद के लिए प्रत्याशी हो सकते हैं। अपना दल (एस) के जिला प्रमुख सुधीर पंवार ने शनिवार (08 मार्च) को मेरठ में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ अहम बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा, कि अपना दल (एस) आगामी नगर निकाय चुनाव में पूरे दमखम के साथ उतरेगा।'

'निकाय चुनाव और मिशन 2024 के लिए रहें तैयार'

अपना दल (एस) के जिला प्रमुख सुधीर पंवार ने ये भी कहा कि, 'पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने यूपी नगर निकाय चुनाव और लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी करने के निर्देश दिए हैं।' मेरठ में आज हुई बैठक में उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। सुधीर पंवार ने बताया कि प्रदेश में निकाय चुनावों के लिए पार्टी हाईकमान द्वारा आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इसी क्रम में ये बैठक आयोजित की गए है। बैठक में मेयर, पार्षद, नगर पंचायत चैयरमेन व सदस्य पद पर चुनाव के लिए प्रत्याशियों से आवेदन लिए गए। पार्टी जिला प्रमुख के अनुसार गौरव पटेल व रईस कस्सार ने पार्षद पद तथा मेरठ नगर निगम मेयर पद के लिए चुनाव लड़ने के लिए रक्षापुरम निवासी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज कुमार सिंह ने अपना आवेदन प्रस्तुत किया है।

मेरठ में जाट पर दांव !

पार्टी सूत्रों की मानें तो मेरठ मेयर पद के लिए मनोज कुमार सिंह का नाम करीब-करीब फाइनल बताया जा रहा है। बता दें कि, जाट समुदाय के मनोज कुमार सिंह सैनिक परिवार से संबंध रखते हैं। उनके पिता जयपाल सिंह सेवानिवृत सैनिक हैं। मनोज कुमार सिंह का जाटों के अलावा मुसलमानों व अन्य पिछड़ी जातियों में खासा प्रभाव बताया जाता है। मजेदार बात ये है कि अपना दल (एस) के अलावा बीजेपी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और रालोद में भी जाट उम्मीदवारों की दावेदारी मजबूत बताई जा रही है।

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