Asaduddin Owaisi: बुलडोजर कार्रवाई को लेकर बीजेपी पर भड़के ओवैसी, कहा- आप चीफ जस्टिस हैं क्या ?

Asaduddin Owaisi Statement: देश में शुक्रवार को हुई हिंसा पर हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि वो हिंसा को रोके।

Update:2022-06-11 21:38 IST

बुलडोजर कार्रवाई को लेकर बीजेपी पर भड़के ओवैसी: Photo - Social Media

Asaduddin Owaisi Statement: उत्तर प्रदेश के कई शहरों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा को लेकर योगी सरकार (Yogi Sarkar) सख्त है। शनिवार को हिंसाग्रस्त कानपुर ( Kanpur Violence), प्रयागराज और सहारनपुर में प्रशासन ने उपद्रवियों के घरों पर बुलडोजर चलवाया। यूपी सरकार की इस कार्रवाई पर एआईएमआईएम ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि आप किसी का घर क्यों तोड़ते हैं ? आप चीफ जस्टिस हैं क्या ? बुलडोजर से देश का संविधान कमजोर होगा।

हिंसा रोकना सरकार का काम

देश में शुक्रवार को हुई हिंसा पर हैदराबाद (Hyderabad) से सांसद ओवैसी ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि वो हिंसा को रोके। अगर नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के खिलाफ पहले ही एक्शन ले लिया गया होता, तो ये बवाल देखने को नहीं मिलता। उन्होंने मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि नूपुर शर्मा के बयान पर बीजेपी को कार्रवाई करने में 10 दिन क्यों लग गए ? एआईएमआईएम सुप्रीमो ने कहा कि प्रधानमंत्री, सरकार और बीजेपी को कार्रवाई में देरी क्यों लगी, उन्हें पहले ही कार्रवाई कर देना चाहिए था।

अरब देशों के दवाब में हुई कार्रवाई

असदुद्दीन ओवैसी नूपुर शर्मा मसले पर शुरू से बीजेपी और केंद्र सरकार पर हमलावर रहे हैं। बीते दिनों उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) पर तीखा हमला बोलते हुए कहा था कि 56 इंच का सीना रखने वाले प्रधानमंत्री ने 10 दिन में कार्रवाई की है। इसके आगे उन्होंने कहा कि यदि मैं इनके सांसद के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करूं तो ये कहेंगे ओवैसी को पकड़ो। हम बोलते हैं तो वह टस से मस नहीं होते हैं। वो तब हरकत में आते हैं जब सऊदी अरब और कतर में कुछ होता है। प्रधानमंत्री देश के मुसलमानों की सुनते ही नहीं हैं।

बता दें कि ओवैसी लगातार नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि शर्मा की गिरफ्तारी होनी चाहिए, उसने माफी मांगी ही नहीं है। पूर्व भाजपा नेता ने अपने बयान में इंग्लिश में इफ लिखा है, उन्होंने माफी कहां मांगी है ? वहीं कानपुर में हुए उपद्रव का समर्थन नहीं करते हुए उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने पहले ही कोई सख्त एक्शन ले लिया होता, तो इसकी नौबत ही नहीं आती।

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