Auraiya News: जिला पंचायत सदस्य धर्मेंद्र यादव के सरेंडर होने की सूचना पर रही अलर्ट पुलिस, दो दरोगा निलंबित

सपा युवजन सभा (SP Party) के जिलाध्यक्ष एवं जिला पंचायत सदस्य धर्मेंद्र यादव ( Dharmendra Yadav) पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहती है।

Reporter :  Pravesh Chaturvedi
Published By :  Shweta
Update:2021-06-07 21:21 IST

अलर्ट पुलिस (फोटो सौजन्य से सोशल मीडिया)

Auraiya News: सपा युवजन सभा (SP Party) के जिलाध्यक्ष एवं जिला पंचायत सदस्य धर्मेंद्र यादव ( Dharmendra Yadav) पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहती है। सोमवार को धर्मेंद्र के न्यायालय में सरेंडर किए जाने की सूचना पर पुलिस अलर्ट मोड पर नजर आई। सुबह से ही न्यायालय के बाहर सीओ सिटी के अलावा अन्य थानों का फोर्स मुस्तैद हो गया। देर शाम तक उसके न आने पर पुलिस ने राहत की सांस ली।

सपा युवजन सभा जिलाध्यक्ष व नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य धर्मेंद्र यादव की ओर से इटावा जेल से रिहा होने के बाद शनिवार को जूलूस निकाला गया था।वीडियो वायरल होने के बाद इटावा के सिविल लाइन थाने में धर्मेंद्र समेत दो सौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

पुलिस संदिगध ठिकानों पर धर्मेंद्र की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। सोमवार को धर्मेंद्र के न्यायालय में सरेंडर किए जाने की चर्चा हुई तो सीओ सिटी सुरेंद्रनाथ, सदर कोतवाल संजय कुमार पांडेय के अलावा अन्य थानों की पुलिस जिला न्यायालय के बाहर मुस्तैद हो गई। देर शाम तक धर्मेंद्र के न आने पर पुलिस ने राहत की सांस की। सीओ सिटी सुरेंद्रनाथ ने बताया कि एतियातन जिला न्यायालय के बाहर फोर्स मुस्तैद रहा था।


एसपी ने लापरवाही में दो दारोगा किए निलंबित

 इटावा जेल से रिहा होने के बाद गैंगस्टर धर्मेंद्र की ओर से जुलूस निकाले जाने के मामले में लापरवाही बरतने वाले दो दोरागा पर एसपी ने निलंबन की कार्रवाई की है। पूरे मामले में अभी तक 13 वाहन व चार आरोपित पकड़े जा चुके हैं। एसपी अपर्णा गौतम ने बताया कि ऊमरसाना निवासी धर्मेंद्र यादव पर गैंगस्टर के अलावा अन्य मामले दर्ज हैं। पांच जून को जेल से छूटने पर इटावा जिले में जुलूस के रूप में रैली निकाल गई। इस जुलूस में औरैया से भी कई गाड़ियां गई हुई थी। उक्त मामले में एएसपी शिष्यपाल की ओर से जांच की गई। जांच में पाया गया कि औरैया से जाने वाली गाड़ियों अनंतराम क्षेत्र में एकत्रित हुई थी। वहां से काफिले के रूप में निकली थी, लेकिन चौकी प्रभारी अनंतराम चंद्रिका प्रसाद द्वारा इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को नहीं दी गई और न ही काफिले की गाड़ियों के विरूद्ध कोविड-19 नियमों के उल्लंघन के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई। अनंतराम चौकी से करीब 30-40 वाहन एकत्रित हुए थे लेकिन स्थानीय अभिसूचना इकाई के उपनिरीक्षक भूपेंद्र नाथ द्वारा अभिसूचना संकलन के दायित्व का निर्वहन नहीं किया गया। जिस पर उन निलंबन की कार्रवाई की गई है।

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