ईओ पर गंभीर आरोप लगाकर परिसर में धरने पर बैठीं नगर पालिका अध्यक्ष
बीजेपी से जुड़ीं नगर पालिका अध्यक्ष अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठते ही नगर पालिका में अफरा-तफरी मच गई...
अम्बेडकरनगर। जिला मुख्यालय पर स्थित नगर पालिका परिषद अकबरपुर के कार्यालय में शुक्रवार को दोपहर बाद घटे एक नाटकीय घटनाक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष सरिता गुप्ता अचानक परिसर में ही धरने पर बैठ गईं। भारतीय जनता पार्टी से जुड़ीं नगर पालिका अध्यक्ष के अपनी ही सरकार के धरने पर बैठते ही नगर पालिका में अफरा-तफरी मच गईभारतीय जनता पार्टी से जुड़ीं नगर पालिका अध्यक्ष के अपनी ही सरकार के धरने पर बैठते ही नगर पालिका में अफरा-तफरी मच गई।
धरने पर बैठीं अध्यक्ष ने अधिशाषी अधिकारी पर प्रोटोकाल का उल्लंघन करने समेत अन्य गम्भीर आरोप लगाये। उन्होंने धरने के दौरान जिलाधिकारी की कार्यप्रणाली को भी आड़े हाथों लिया। उनके साथ अपर जिलाधिकारी पंकज वर्मा नगर पालिका में मौजूद थे, लेकिन नगर पालिका अध्यक्ष जिलाधिकारी के आने के बाद ही धरने से उठने को तैयार नही थीं। नगर पालिका परिषद में धरने पर बैठी सरिता गुप्ता ने कहा कि नगर पालिका में कार्यरत शौचालय कर्मियों को दो महीने से वेतन नहीं मिल सका है। अधिशाषी अधिकारी बीना सिंह द्वारा वेतन भुगतान में टाल-मटोल किया जाता रहा। जब वह इसी मुद्दे पर बात करने के लिए शुक्रवार को नगर पालिका पंहुची तो ईओ ने उनकी बात का कोई जवाब दिये बगैर दरवाजा अंदर से बंद कर लिया।
अध्यक्ष ने कहा कि ईओ का यह व्यवहार प्रोटोकाल के विपरीत है। उन्होंने कहा कि त्योहार सामने है और गरीब कर्मियों का परिवार वेतन के ही सहारे रहता है। उन्हें दो माह से वेतन नहीं मिला है, तीसरा महीना चल रहा है। ऐसी स्थिति में उनका परिवार कैसे रह रहा होगा। ईओ के इसी व्यवहार पर वह धरने पर बैठीं हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिला प्रशासन सरकार को बदनाम करने का कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री द्वारा शवदाह गृहों के सौन्दर्यीकरण के लिए धनराशि का आवंटन किया गया है लेकिन जिलाधिकारी द्वारा चार माह से उस धनराशि को रिलीज नही किया जा रहा है जिससे सौन्दर्यीकरण का कार्य बाधित है। नगर पालिका अध्यक्ष के धरने पर बैठने के बाद भारी संख्या में नगर पालिका कर्मी भी वहां पंहुच गये। समाचार प्रेषण तक धरना जारी था।अम्बेडकरनगर। जिला मुख्यालय पर स्थित नगर पालिका परिषद अकबरपुर के कार्यालय में शुक्रवार को दोपहर बाद घटे एक नाटकीय घटनाक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष सरिता गुप्ता अचानक परिसर में ही धरने पर बैठ गईं। भारतीय जनता पार्टी से जुड़ीं नगर पालिका अध्यक्ष के अपनी ही सरकार के धरने पर बैठते ही नगर पालिका में अफरा-तफरी मच गई।