Up News: बीमारियों की चपेट में आ सकता है जिला अस्पताल, महीने भर से है जलभराव
यूपी के कई अस्पतालों में जल निकासी की सुविधा नहीं होने के कारण अस्पताल परिसर में महीने भर तक बरसात का पानी भरा रहता है...
यूपी में अम्बेडकरनगर के कई जिलों में संक्रामक बीमारियों ने लोगों को अपनी आगोश में ले लिया है। इससे निपटने के लिए यूपी सरकार जी तोड़ प्रयास कर रही है। इतना ही नहीं सीएम योगी ने पूरे प्रदेश में अभियान चलाकर इन बीमारियों से निपटने के निर्देश दिये हैं, लेकिन इन सबके बीच स्वास्थ्य कर्मचारी भी इस संक्रामक बीमारियों के चपेट में आ सकते है। अभी जिस तरह डेंगू बुखार से लोगों की मौत हो रही है उसे देखते हुए जिला अस्पताल सबसे संवेदनशील क्षेत्र माना जा सकता है।
बात करते हैं महात्मा ज्योतिबा फुले संयुक्त जिला चिकित्सालय परिसर में स्थित आवासीय परिसर की। अस्पताल के निर्माण के दौरान ही अस्पताल परिसर से जल निकासी के लिए कोई इंतजाम नहीं किये गए थे। परिसर में अभी की स्थित ऐसी है की आवासों से निकलने वाला पानी परिसर में ही फैलकर सूखता रहता है। जल निकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण बरसात का पानी पूरे आवासीय परिसर में भर जाता है।
डॉक्टर भी संक्रामक बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं
जलभराव के कारण सांप समेत अन्य कीड़े मकौड़े भी घर के अन्दर आते जाते रहते हैं। जलभराव के कारण मच्छर भी पैदा हो रहे है। बताया जाता है कि दिन में भी बाहर खड़ा हो पाना संभव नहीं हो पाता। इन हालातों में अस्पताल के कर्मचारी व चिकित्सक भी इन संक्रामक बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं।
जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है
इसके अलावां अस्पताल परिसर में भी सभी नालियां गंदे पानी से भरी रहती हैं। प्रदेश सरकार भले ही इन संक्रामक बीमारियों को लेकर फिक्रमंद है, लेकिन जिले के स्वास्थ्य महकमा से पूरी तरह बेफिक्र है। इस सम्बन्ध में जब मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉक्टर ओम प्रकाश से पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि जल निकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण जल भराव बना हुआ है, जिससे निपटने का उनके पास कोई माध्यम नहीं है।