Block Pramukh Election: उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख (UP Block Pramukh Elections) के चुनावों को लेकर हंगामा मचा हुआ है। गुरुवार को नामांकन दाखिल करने के दौरान प्रदेश के कई जिलों में जमकर बवाल हुआ। झांसी, सीतापुर, बुलंदशहर, सोनभद्र, अंबेडकरनगर समेत कई जिलों में नामांकन के दौरान हाथापाई और फायरिंग तक हुई है। इस दौरान हुई अलग-अलग में कई लोग घायल हो गए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कई बीडीसी सदस्यों का अपहरण तक लिया गया। Newstrack पर एक साथ पढ़िए कहां-कहां पर हुई ऐसी घटनाएं...अमेठी में सात ब्लाकों में ही होगा चुनावब्लाक प्रमुख पद के चुनाव हेतु छ ब्लाक प्रमुखों के निर्विरोध चुने जाने से अब सात ब्लाकों में ही चुनाव होगा। इसके साथ ही सत्ता के दुरुपयोग और प्रशासन की निष्पक्षता पर भी सवाल उठने लगे हैं। क्षेत्र पंचायत सदस्यों को धमकाने और प्रत्याशियों को पर्चा ना भरने देने की चर्चा जिले में खूब चल रही है। मामला चुनाव आयोग तक पहुंच गया है।अमेठी जनपद में कुल 13 ब्लाक के लिए प्रमुखों का चुनाव दस जुलाई को होना हैं जिसमें छः विकास खण्ड क्षेत्रों में एक ही प्रत्याशी का नामांकन होने से सीटे निर्विरोध हो गई हैं। वहीं शेष सात ब्लाक प्रमुखों के लिए दस जुलाई को मतदान होगा। निर्विरोध निर्वाचित होने वालों में जगदीशपुर से अंजली सिंह लगातार चौथी बार निर्विरोध ब्लाक प्रमुख बनी हैं। यह बाहुबली राजेश विक्रम सिंह की पत्नी है। वहीं गौरीगंज से रूमा सिंह व मुसाफिरखाना से नीतू सिंह ने दूसरी बार निर्विरोध जीत दर्ज की है। इनकी जीत का श्रेय सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह को जाता है। इनके चुनाव की कमान राकेश सिंह के हाथ में थी। अमेठी से ब्लॉक प्रमुख पद पर भाजपा उम्मीदवार मंजू मौर्य ने निर्विरोध जीत दर्ज की। इनका चुनावी मैनेजमेंट पूर्व प्रमुख घनश्याम चौरसिया देख रहे थे। वहीं जामो में सियासत पर रियासत भारी पड़ गई पूर्व एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह समर्थित प्रत्याशी पूनम कुमारी निर्विरोध निर्वाचित हो गईं। यहां भाजपा ने अपना उम्मीदवार ही नहीं उतारा था। वहीं सिंह पुर से अंकित पासी निर्विरोध निर्वाचित हुए है। वहीं सात विकास खण्ड क्षेत्रों में शनिवार को मतदान होगा जिसमे संग्रामपुर, भेटुआ,भादर,शाहगढ़, बाजार शुकुल,बहादुरपुर और तिलोई है।बुलंदशहर के गुलावठी में सपा समर्थित नेहा यादव का ब्लॉक प्रमुख बनना तयब्लॉक प्रमुख चुनाव में भाजपा की गुटबाजी मुखर होने लगी है और गुटबाजी के चलते अपने ही भाजपा प्रत्याशियों की नैय्या डुबोने में लगे हैं। गुलावठी ब्लाक प्रमुख पद के भाजपा प्रत्याशी किरन पाल ने कार्यकर्ताओं की गुटबाजी के चलते अपना नामांकन वापस ले लिया, जिससे अब सपा समर्थित नेहा यादव का निर्विरोध ब्लाक प्रमुख बनना तय हो गया है।यूपी में ब्लॉक प्रमुख पद के चुनाव में भगवा लहराने के लिए सत्तारूढ़ सरकार का खेला काम नहीं कर रहा। विरोधी दल के प्रत्याशियों को रोकने के लिये अनेक रोड़े अटकाकर खेला शुरूकर दिया गया, यही नहीं बुलंदशहर के गुलावठी ब्लाक प्रमुख पद के 2 प्रत्याशियों के खिलाफ तो एक बीडीसी सदस्य को अगवा कर बंधक बनाने का मामला भी दर्ज कराया गया जिसके बाद अगवा बीडीसी सदस्य का वीडियो वायरल होने के बाद चुनाव में हो रहे खेले का खुलासा हुआ। मगर चुनाव में भाजपा के खेल भाजपा के ही कार्यकर्ता बिगड़ने पर जुट गए हैं। भाजपा प्रत्याशी किरनपाल सिंह तेवतिया ने बताया कि पार्टी ने टिकट तो दिया और नामांकन भी किया, लेकिन पार्टी के जमीनी कार्यकर्ता साथ नहीं दे रहे। इन्हीं कारणों से उन्होंन अपना नामांकन वापस ले लिया।कुशीनगर में कहीं बीजेपी सांसद की, तो कहीं पूर्व मंत्री की प्रतिष्ठा दांव परकुशीनगर में क्षेत्र पंचायत प्रमुख पद के लिए जिले में अब सिर्फ छः ब्लाकों में निर्वाचन का काम होगा। शुक्रवार को हुए नामांकन वापसी की प्रक्रिया के दौरान नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र पंचायत कार्यालय में तीन प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस ले लिया । इससे वहां भाजपा प्रत्याशी के निर्विरोध निर्वाचन की स्थिति बन गयी। वैसे तो छः सीटों पर चुनाव कल होगा, लेकिन अब खड्डा, रामकोला और दुदही में हो रहे चुनाव की चर्चा ही जिले में होती दिख रही है।अम्बेडकर नगर में मुकाबला हुआ दिलचस्पअम्बेडकर नगर में प्रमुख क्षेत्र पंचायत के चुनाव में सबसे दिलचस्प मुकाबला जलालपुर व टांडा विकासखंड में देखने को मिल रहा है। जलालपुर में भारतीय जनता पार्टी जहां त्रिकोणीय संघर्ष में फंस गई है, तो वहीं टांडा में उसका मुकाबला एक निर्दलीय प्रत्याशी से हो रहा है। हालांकि इस निर्दलीय प्रत्याशी को अब समाजवादी पार्टी ने भी समर्थन दे दिया है। जलालपुर से भारतीय जनता पार्टी की अमरावती देवी, समाजवादी पार्टी के राजेश कुमार गौतम तथा बहुजन समाज पार्टी से त्रिभुवन नाथ मैदान में हैं। यहां पर समाजवादी पार्टी से विधायक सुभाष राय के साथ-साथ सांसद रितेश पांडे व पूर्व विधायक राकेश पांडे की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। इन सबके बीच जलालपुर से लगातार हार का सामना कर रही भारतीय जनता पार्टी भी अपनी खोई हुई साख को वापस लाने के लिए संघर्ष कर रही है। बहुजन समाज पार्टी ने केवल जलालपुर से ही अपना प्रत्याशी उतारा है। माना जा रहा है कि ब्लॉक प्रमुख चुनाव 2022 के विधानसभा चुनाव का एक रिहर्सल है।चर्चा है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में सांसद रितेश पांडे के परिवार का ही कोई व्यक्ति बहुजन समाज पार्टी से प्रत्याशी हो सकता है। ऐसे में जलालपुर में प्रमुख के पद को हासिल करना बसपा के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। भारतीय जनता पार्टी लगातार यहां चुनाव में शिकस्त खाती रही है। इस स्थिति में यहां के प्रमुख पद पर भाजपा का परचम फहराना भाजपा नेताओं के लिए नाक का सवाल बन गया है। विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने बसपा को हराकर जीत दर्ज की थी इसलिए समाजवादी पार्टी भी अपने अस्तित्व के लिए यहां संघर्ष कर रही है। साथ ही विकास खंड टांडा में पूर्व मंत्री लाल जी वर्मा ने प्रमुख पद के लिए निर्दलीय सुरजीत...