कृषि कानून पर बोलीं मायावती- केंद्र इस मामले को न लटकाए, किसानों से बैठकर करें बात
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती आज मंगलवार को जिला अध्यक्षों के साथ बैठक कर रही हैं। यह बैठक बसपा के लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय में हो रही है।
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती आज मंगलवार को जिला अध्यक्षों के साथ बैठक कर रही हैं। यह बैठक बसपा के लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय में हो रही है। मायावती ने इस दौरान, केंद्र सरकार और कृषि कानून पर अपना पक्ष रखा। यूपी की पूर्व सीएम बोलीं, 'तीन कृषि कानून तो वापस ले लिए हैं लेकिन सरकार को किसान संगठनों के साथ बैठकर उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए। ताकि, किसान खुशी-खुशी अपने घर वापस जाकर अपने काम में लग जाएं। केंद्र सरकार को इस मामले को ज्यादा नहीं लटकाना चाहिए।
मायावती मंगलवार को जिला अध्यक्षों की बैठक को संबोधित कर रही थीं। इस दौरान आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी बातें हुई। फिर, बसपा सुप्रीमो कृषि कानूनों पर अपना पक्ष रखीं।याद दिला दें कि मायावती ने सोमवार को भी कृषि कानून पर अपना पक्ष रखा था। तब उन्होंने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी को तीन कृषि कानूनों की वापसी के साथ-साथ किसानों की कुछ अन्य जायज मांगों का भी समाधान करना चाहिए।
बसपा सुप्रीमो ने वही बातें आज भी दोहरायीं। उन्होंने कहा, कि केंद्र सरकार किसानों के अन्य मुद्दों को भी जल्द निपटाए ताकि, वे अपने घरों को लौट सकें। मायावती ने कहा था, किसानों की अन्य जायज सामयिक मांगों का समाधान भी जरूरी है, ताकि किसान संतुष्ट होकर लौट जाएं और फिर से अपने कृषि कार्यों में पूरी तरह से जुट सकें।
सोमवार को मायावती ने ट्वीट कर लिखा था, कि कृषि कानून वापसी की केंद्र सरकार की खास घोषणा के प्रति किसानों में विश्वास पैदा करने के लिए यह जरूरी है कि बीजेपीके नेताओं की बयानबाजी पर लगाम लगे। उन्होंने कहा, कि बीजेपी नेता प्रधानमंत्री की घोषणा के बावजूद अपने भड़काऊ बयानों से लोगों में संदेह पैदा कर माहौल खराब कर रहे हैं।