यूपी विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बढ़ने जा रही है पेट्रोल-डीजल की कीमतें, 15-20 रुपए प्रति लीटर हो सकता है इजाफा- राजीव शुक्ला
राजीव शुक्ल ने कहा, कि 'उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के ठीक बाद केंद्र सरकार देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा करने जा रही है। उन्होंने दावा किया कि ईंधन की दरों में सरकार बड़ी वृद्धि करेगी।'
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मध्य में आज 24 फ़रवरी को यूपी की राजधानी लखनऊ के कांग्रेस कार्यालय में कार्यसमिति के सदस्य राजीव शुक्ला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाए। राजीव शुक्ल ने कहा, कि 'उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के ठीक बाद केंद्र सरकार देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा करने जा रही है। उन्होंने दावा किया कि ईंधन की दरों में सरकार बड़ी वृद्धि करेगी।'
राजीव शुक्ला ने आगे कहा, कि 'पेट्रोल कंपनियों की मानें तो पेट्रोल-डीजल की कीमतों में यह वृद्धि 15 से 20 रुपए तक बढ़ हो सकती है। मतलब, पेट्रोल और डीजल के दाम एक बार फिर आसमान छूने को तैयार हैं। इससे आने वाले समय में महंगाई में भारी वृद्धि होगी जो आम आदमी के कमर तोड़कर रख देगी।'
अभी जनता के ऊपर इतना बड़ा फैसला न थोपें
पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार से अपील करती है कि आप अभी जनता के ऊपर इतना बड़ा फैसला न थोपें। इससे आम आदमी का बजट हिल जाएगा। देश के लोग पहले से महंगे ईंधन और महंगाई की मार से त्रस्त हैं, उन्हें और झटका देने से केंद्र सरकार को बचना चाहिए।'
महंगाई चरम पर जाएगी
राजीव शुक्ला ने अपने यूपीए सरकार के समय की घटना की याद दिलाते हुए कहा कि उनके समय में भी एक बार कच्चे तेल की कीमतें 120 डॉलर प्रति बैरल तक गई थी ,उन्होंने अनुपात में समझाते हुए कहा, कि तब हमने पेट्रोल की कीमत 68 रुपए प्रति लीटर और डीजल 58 रुपए प्रति लीटर रखा था। हमारा मकसद था आम आदमी को तेल की बढ़ी कीमतों के बोझ से बचाना। उन्होंने कहा, हम उम्मीद करेंगे कि वर्तमान केंद्र सरकार भी कोई इसी तरह का कदम उठाए। कांग्रेस नेता ने कहा, नहीं तो डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़ने के साथ ही देश में महंगाई चरम पर जाएगी और इसका भुगतान देश की आम जनता को करना होगा।'
..सरकार देगी रूस-यूक्रेन युद्ध का बहाना
कांग्रेस नेता कहा, 'आप देखना विधानसभा चुनाव खत्म होते ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि की जाएगी और तब केंद्र की तरफ से कहा जाएगा, कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, इसलिए हमें कीमत बढ़ानी पड़ी। ये सरकार उस वक्त कोई भी बहाना कर तेल की कीमतें बढ़ाएगी ही।'