Kanshi Ram Death Anniversary: बहुजन आन्दोलन की प्रयोगशाला देखने पहुंचे थें कांशीराम के फालोवर
Kanshi Ram Death Anniversary: दूसरे प्रान्तों से कुछ कार्यकर्त्ता श्रद्धांजलि सभा में नज़र आये।;
बहुजन आन्दोलन की योगशाला देखने पहुंचे थें कांशीराम के फालोवर (social media)
Kanshi Ram Death Anniversary: बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम के आज 15 वे परिनिर्वाण दिवस पर उन्हें श्रदांजलि देने पूरे प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों से भी कुछ लोग आये थें। बहुजन आन्दोलन की बड़ी प्रयोगशाला यूपी की राजधानी लखनऊ में एक बार फिर से प्रदेश सरकार बनाने का सपना संजोये कमजोर और दलित वर्ग के लोग कांशीराम स्मारक स्थल पहुंचे। साथ ही दूसरे प्रांत से आये लोग यह समझने की कोशिश करते रहें किस तरह से बसपा उत्तर प्रदेश में खड़ी हुई और कैसे इसका और विस्तार किया जाए।
कांशीराम के त्याग और संघर्ष की चर्चा करते नज़र आये
लखनऊ स्थित कांशीराम स्मारक स्थल एक खूबसूरत माहौल दिख रहा था। नीले पास्टरों और झंडो से सजा यह मैदान बेहद खूबसूरत दिखा। यहाँ आये लोग अपने नेता मान्यवर कांशीराम के त्याग और संघर्ष की चर्चा करते नज़र आये। सब इस उम्मीद में आये थे कि इस बार उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी सरकार बनायेगी। कार्यकर्ता यह कहते नज़र आये कि 14 अप्रैल 1984 को पार्टी की स्थापना के बाद बहुजन आन्दोलन कैसे आगे बढ़ा। सबका मानना था कि एक न एक दिन बहुजन समाज पार्टी अन्य राज्य में भी जरूर खड़ी हो जायेगी। दूसरे प्रान्तों से कुछ कार्यकर्त्ता श्रद्धांजलि सभा में नज़र आये। उनमे युवाओं और महिलाओं की संख्या भी अच्छी-खासी थी। इनमे ज्यादातर लोगों को राजनीतिक समझ कम दिखी पर उनको इतना जरूर समझ में आया कि जो कोशिशें उत्तर प्रदेश में हुई हैं। उन कोशिशो के बल बूते दूसरे राज्यों में भी बसपा को खड़ा किया जा सकता है।
अगले साल बहनजी को विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री बनायेंगे
पश्चिम बंगाल की सुमिता रॉय और छत्तीसगढ़ के सतीश राम कुञ्ज जैसे युवाओं का कहना है कि मायावती ही एक ऐसी ताकत है जिसे एक दिन सभी राज्यों को स्वीकार करना पड़ेगा। एक न एक दिन माया की ताकत का अहसास पूरे देश को होगा। यहाँ जितने लोग भी आये थें। सब एक स्वर से कहते नज़र आये कि बहनजी को अगले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री बनायेंगे।