KGMU: एनीमिया मुक्त भारत की ओर बढ़े कदम, 'प्रिवेंटिव हेमटोलॉजी क्लीनिक' का कुलपति डॉ. बिपिन पुरी ने किया उद्घाटन
Lucknow News: मंगलवार को राजधानी के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के क्लिनिकल हेमटोलॉजी विभाग द्वारा 'प्रिवेंटिव हेमटोलॉजी क्लीनिक' के उद्घाटन समारोह का आयोजन सेल्बी हाल में किया गया।
Lucknow News: मंगलवार को राजधानी के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के क्लिनिकल हेमटोलॉजी विभाग द्वारा 'प्रिवेंटिव हेमटोलॉजी क्लीनिक' के उद्घाटन समारोह का आयोजन सेल्बी हाल में किया गया। इस मौके पर किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन पुरी ने कहा कि 'रुधिर रोग निवारक स्वास्थ्य क्लीनिक के माध्यम से राष्ट्रीय कार्यक्रमों के उद्देश्य को बेहतर तरीके से प्राप्त करके अच्छे परिणाम प्राप्त करने में आसानी होगी।
उन्होंने कहा कि ''भारत सरकार द्वारा संचालित योजना 'एनीमिया मुक्त भारत' अभियान का उद्देश्य सामाजिक स्तर पर लोगों में ऐसा व्यवहार लाना है, जिससे एनीमिया रोग से हम बच सके। केजीएमयू में प्रिवेंटिव हेमटोलॉजी क्लीनिक भी इसी उद्देश्य से काम करेगी, जिससे एनीमिया मुक्त भारत योजना को शीघ्र ही सफल बनाया जा सके।'
डॉ. तुलिका सेठ ने दी रूधिर रोगों के उपचारों की जानकारी
इस कार्यक्रम के अवसर पर दिल्ली के एम्स अस्पताल की गेस्ट स्पीकर डॉ. तुलिका सेठ ने विस्तृत रूप से रुधिर रोंगों एवं उपचारों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 'विभिन्न हेमटोलॉजीकल रोग जैसे –आयरन की कमी एनीमिया, विटामिन बी-12 की कमी एनीमिया, अस्थि मज्जा सप्रेशन, थैलेसिमिया, हिमोफिलिया और दवा जनित एनीमिया, थ्रम्बोटिक एपिसोड (आरटीरियल और वीनस ) की प्रभावी रूप से रोकथाम की जा सकती है।'
क्लिनिकल हेमेटोलॉजी रक्त और रक्त संबंधी विकारों से संबंधित
दिल्ली के गंगाराम हॉस्पिटल के डॉ. अनुपम सचदेवा ने अपने वक्तव्य में कहा 'क्लिनिकल हेमेटोलॉजी रक्त और रक्त संबंधी विकारों की देखभाल से सम्बंधित है। इनमें पोषण संबंधी रक्ताल्पता, हीमोलिटिक रक्ताल्पता, अस्थि मज्जा विफलता सिंड्रोम, प्लेटलेट विकार, माइलोडिसप्लासिया, रक्तस्राव और थक्के विकार (हीमोफिलिया और अन्य), ल्यूकेमिया, लिम्फोमा, मायलोमा और अन्य दुर्लभ हेमटोलॉजिकल घातक और गैर-घातक विकार और परामर्शात्मक हेमटोलॉजी शामिल हैं।'
सलाह देने के लिए विशेषज्ञ उपलब्ध रहेंगे
केजीएमयू के क्लिनिकल हेमेटोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ए.के. त्रिपाठी ने बताया कि 'क्लीनिक में भाग लेने वालों को डाक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा सलाह दी जायेगी। क्लीनिक में उपयोगी जानकारी और सलाह देने के लिए विशेषज्ञ उपलब्ध रहेंगे। सहभागियों को मौखिक रूप से और साथ ही साथ साहित्य, पम्प्लेट्स और वीडियो के माध्यम से भी बताया जायेगा कि रक्त रोगों से खुद को कैसे बचा सकते है। ' उन्होंने कहा कि 'मुफ्त योजनाओं के बावजूद आबादी का एक बड़ा हिस्सा अपनी आमदनी का मुख्य भाग उपचार पर खर्च करता है। इससे परिवार पर प्रतिकूल वित्तीय प्रभाव पड़ता है।उन्होंने यह भी कहा कि 'एक स्वस्थ सुखी और प्रगतिशील समाज की कुंजी बीमारी के उपचार से बेहतर रोकथाम में निहित है।'
इस अवसर पर किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन पुरी, गेस्ट स्पीकर डॉ. तुलिका सेठ (एम्स, दिल्ली) डा. अनुपम सचदेवा (गंगाराम हास्पिटल, दिल्ली) और प्रति कुलपति डा. विनीत शर्मा की गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न हुआ है। कार्यक्रम का संचालन डा. स्वाति सिन्हा द्वारा किया गया।