UP Budget Session 2025: कोई अस्थि कलश तो कोई जंजीरों में पहुंचा सदन... सपा ने सरकार का किया घेराव
UP Budget Session 2025: यूपी विधानमंडल के बजट सत्र के पहले दिन समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान पूरे शरीर पर जंजीर बांधकर पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया।;
UP Budget Session 2025: उत्तर प्रदेश विधानमंडल का बजट सत्र की शुरूआत हो चुकी है। बजट सत्र के पहले दिन विधानसभा और विधानसभा परिषद के संयुक्त सदन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के संबोधन के दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। जिसके चलते सदन की कार्यवाही को दोपहर 12.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। 12.30 बजे के बाद सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने फिर से हंगामा शुरू कर दिया।
इससे पहले समाजवादी पार्टी के एमएलसी आशुतोष सिन्हा साइकिल चलाकर विधानसभा पहुंचे। विधानसभा पहुंचने के बाद उनके हाथ में एक अस्थि कलश दिखायी दिया। जिसके बारे में एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने कहा कि वह नैतिकता का अस्थि कलश लेकर लोकतंत्र के मंदिर में पहुंचे हैं। वह सदन में महाकुंभ का मुद्दा उठायेंगे और सरकार का घेराव करेंगे। इससे पहले यूपी बजट सत्र के दौरान सपा विधायकों ने चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया। धरने में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे और वरिष्ठ नेता राजेंद्र चौधरी भी मौजूद रहेगा।
जंजीर बांधकर पहुंचे सपा विधायक
यूपी विधानमंडल के बजट सत्र के पहले दिन समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान पूरे शरीर पर जंजीर बांधकर पहुंचे और विरोध प्रदर्षन किया। विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि सरकार युवाओं को रोज़गार नहीं दे पा रही है। जिसके कारण युवा नौकरी की तलाष में डंकी रूट से विदेश जा रहे हैं।
उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि आने वाले समय में भारतीय प्रवासी को हथकड़ियों में निर्वासित न किया जाए। उन्होंने कहा कि अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों का अपमान हुआ है। उसके विरोध में उन्होंने यह जंजीर पहन रखी है। इस जंजीर का भार सह पाना काफी मुष्किल हो रहा है। ऐसे में यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि अमेरिका से डिपोर्ट किये गये भारतीयों ने यह जंजीर कैसे पहना होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी नसीहत
बजट सत्र के पहले दिन विपक्ष के हंगाम के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सदन चलाना केवल सत्ता पक्ष की ही जिम्मेदारी नहीं होती है। बल्कि यह विपक्ष का भी दायित्व है। उन्होंने कहा कि उम्मीद करते हैं विपक्ष हार की हताशा में सदन की कार्यवाही बाधित नहीं करेगा। हार की खुन्नस को सदन में नहीं निकालेगा। सदन में संसदीय आचरण का पालन होना चाहिए। विपक्ष के हर सवाल का जवाब सदन में दिया जाएगा।