Lucknow: गिरफ्तार अमिताभ ठाकुर का बड़ा आरोप, सीएम योगी करवा सकते हैं उनकी हत्या
Lucknow: अमिताभ ठाकुर ने मीडिया के सामने यह कह कर सनसनी फैला दी कि सूबे के सीएम योगी सरकार उनकी हत्या भी करवा सकती है।
Lucknow: अब पूर्व आईपीएस अपनी गिरफ्तारी के बाद कई तरह के विवादों के घेरे में आ गए हैं। इन्हीं विवादों के बीच पुलिस कस्टडी में अपनी हत्या की बात करके उन्होंने सरकार समेत पूरी पुलिस को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया है। आज अमिताभ ठाकुर की गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस उन्हें डॉक्टरी परीक्षण के अस्पताल ले गयी तब अस्पताल परिसर में उन्होंने मीडिया के सामने यह कह कर सनसनी फैला दी कि सूबे के सीएम योगी सरकार उनकी हत्या भी करवा सकती है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि गिरफ्तारी के बाद हजरतगंज थाने में पुलिस बेहद अभद्रता के साथ उनसे पेश आयी। साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि थाने में पुलिस ने उनके साथ मारपीट भी की है। अमिताभ ठाकुर के मीडिया को दिए बयान वाले वायरल वीडियो में भी यह साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि अमिताभ ठाकुर जब मीडिया के समक्ष अपना पक्ष रख रहे थे, तब भी उनके साथ आई पुलिस टीम असहज महसूस कर रही रही थी।
यह वायरल वीडियो साफ साफ बता रहा है कि साथ आई पुलिस टीम की यह मंशा रही कि अमिताभ ठाकुर किसी भी हाल में अपना पक्ष मीडिया के सामने न रखें। इसीलिए वायरल वीडियो में पुलिस के दरोगा उन्हें बलपूर्वक उन्हें मीडिया के कैमरों को हटाकर अस्पताल के एक शीशेनुमा चैम्बर में ले गयी। इस मामले में पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया है कि हमारी पुलिस ने किसी भी तरह की मारपीट गिरफ्तार पूर्व आईजी अमिताभ ठाकुर के साथ नहीं की है और न ही अभद्रता उनके साथ की गई है।
उन्होंने उनकी डॉक्टरी में देर हो रही थी और वे मीडिया के सामने अपना पक्ष रखते वक्त डॉक्टरी परीक्षण के लिये चलने में पुलिस को कतई सहयोग नहीं कर रहे थे इसलिए उन्हें हमारे दरोगा बल पूर्वक पकड़ कर डॉक्टरी परीक्षण के लिये मेडिकल चैम्बर में ले गए हैं। अब वे इस समय गम्भीर धाराओं के आरोपी हैं। इसलिए लखनऊ पुलिस उनके साथ भी एक आम आरोपी की तरह बर्ताव कर रही है, लेकिन उनके साथ किसी भी तरह की मारपीट व अभद्रता नहीं की गई है। उनके यह आरोप पूर्णतया निराधार हैं।
पिछले एक माह से पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर लगातर गम्भीर विवादों में घिरते जा रहे हैं। इस प्रकरण से पहले भी वे वराणसी के एक प्रकरण में रंगदारी मांगने के आरोपों से घिर चुके हैं। बनारस के एक विल्डर ने उन पर 50 लाख की रंगदारी मांगने व जान से मारने की धमकी देने के गम्भीर आरोप लगाते हुए पुलिस कमिश्नर वाराणसी को उनके के खिलाफ मामला दर्ज करने का एक शिकायती पत्र भी दिया था। हालांकि उस मामले में अब तक कोई कार्रवाही वाराणसी पुलिस कमिश्नर के स्तर से नहीं की गई है। गिरफ्तार पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने बताया है कि गैंग रेप पीड़िता के आत्मदाह प्रकरण पर उन पर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं।