Lucknow News: AAP नेता संजय सिंह ने सरकार पर खड़े किए सवाल, कहा- 302 का मुकदमा दर्ज होने पर भी गिरफ्तारी क्यों नहीं?
संजय सिंह ने लखीमपुर खीरी की घटना में 302 का मुकदमा दर्ज होने के बावजूद गिरफ्तारी न होने पर उठाया सवाल
Lucknow News: आम आदमी पर 302 का मुकदमा दर्ज होता है, तो योगी की पुलिस तत्काल उसे जेल में भेज देती है। मगर मंत्री, उसके बेटे और उसके गुर्गों पर अब तक योगी की पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की है। ये बातें 56 घंटे हिरासत में रहने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Rajyasabha MP Sanjay Singh) ने लखीमपुर खीरी कांड में मारे गए किसानों के परिवारों से मिलने के बाद कही। बता दें कि संजय सिंह की अगुवाई में आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विधायक राघव चड्ढा, पंजाब के नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा, यूपी प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह सहित आप नेताओं का प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी पहुंचा और घटना में शहीद हुए किसान नछत्तर सिंह के परिवार से मुलाकात की।
CM अरविंद केजरीवाल से कराई बात
आप नेताओं ने पीड़ित परिवार की बात पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल से कराई, तो उन्होंने पीड़ित परिवारों की इंसाफ की लड़ाई में हर कदम पर साथ देने का भरोसा दिया।दिवंगत किसानों के प्रति अपनी शोक संवेदना व्यक्त की। इस मौके पर राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सवाल उठाया कि आखिर यह फैसला लेने में योगी सरकार को 56 घंटे क्यों लगे, क्या योगीराज में किसानों की मौत के बाद उनके परिवार से मिलकर शोक संवेदना जताना भी अपराध हो गया है?
302 का मुकदमा दर्ज होने पर भी गिरफ्तारी क्यों नहीं
सांसद संजय सिंह ने मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र मोनू पर 302 का मुकदमा दर्ज होने के बाद भी अब तक उसकी गिरफ्तारी ना होने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि "आम आदमी पर 302 का मुकदमा दर्ज होता है, तो योगी की पुलिस तत्काल उसे जेल में भेज देती है। मगर मंत्री, उसके बेटे और उसके गुर्गों पर अब तक योगी की पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की है।"
व्यवस्था पर खड़े किए सवाल
आप यूपी प्रभारी संजय सिंह ने कहा, "पीड़ित परिवार के लोगों ने बताया कि मंत्री का बेटा जाने के बाद दोबारा पीछे से गाड़ी लेकर आता है और किसानों को रौंद कर भागने लगता है। ऐसे गंभीर आरोपों के बावजूद अब तक उसकी गिरफ्तारी न होना पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है।"
केंद्र सरकार को तीनों कृषि कानून वापस लेने चाहिए
संजय सिंह ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पद से अजय मिश्र टेनी की अब तक बर्खास्तगी ना होने पर दुख जताया और घटना की निष्पक्ष जांच के लिए उन्हें पद से हटाने की मांग की। उन्होंने कहा कि "तीनों काले कृषि कानून किसानों के लिए डेथ वारंट बन चुके हैं। इसके चलते अब तक करीब 700 किसानों को अपनी शहादत देनी पड़ी है। ऐसे में केंद्र सरकार को तत्कालीन काले कानूनों को वापस लेना चाहिए। आम आदमी पार्टी किसानों की इस लड़ाई में पहले दिन से ही साथ है। अंत तक उनके साथ खड़ी रहेगी। लखीमपुर खीरी में कीड़े मकोड़ों की तरह गाड़ी से कुचल कर किसानों की हत्या करने वालों को जेल भिजवा कर ही हम चैन की सांस लेंगे।
लखीमपुर खीरी में सांसद संजय सिंह ने हिंसा में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के परिवार से भी मुलाकात की। इस मौके पर प्रतिनिधिमंडल में विधायक बलजिंदर कौर, कुलतार सिंह, अमरजीत सिंह सहित आप नेताओं ने लखीमपुर खीरी के रामनगर लाहबड़ी मृतक किसान नछत्तर सिंह के परिजनों से मुलाकात की।