Lucknow News: शिक्षक अभ्यर्थियों का धरना-प्रदर्शन, भाजपा कार्यालय का किया घेराव
पिछले 68 दिनों से शिक्षक अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं, वहीं आज शिक्षक अभ्यर्थियों ने भारतीय जनता पार्टी..
Lucknow News: यूपी विधानसभा चुनाव नजदीक है और सभी दल अपने चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं, भाजपा जनआशीर्वाद यात्रा कर रही है तो बसपा ब्राह्मणों को लुभाने के लिए ब्रह्मण सम्मेलन कर रही है। वहीं कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हल्ला बोल कार्यक्रम कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है तो दूसरी ओर यूपी की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा लोगों से मिलकर योगी सरकार के क्रियाकलापों को बतला रही है। लेकिन किसी भी दल ने लखनऊ में लगभग दो महीनों से आंदोलनरत अभ्यार्थियों की सुध तक लेने की जरुरत नहीं समझी और न हीं अपने भाषणों में जोर-शोर से किसी ने उठाई हैं।
आपको बता दें कि पिछले 68 दिनों से शिक्षक अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं, वहीं आज शिक्षक अभ्यर्थियों ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय पर सैकड़ों की संख्या में पहुंचकर जबरदस्त प्रदर्शन किया और अब एससीईआरटी के बाहर सैकड़ों की संख्या में खड़ा होकर नारेबाजी करते हुए बेसिक शिक्षा मंत्री का घेराव करने पहुंचे हैं। वहीं मौके पर मौजूद पुलिस बल उन्हें रोकने में लगा हुआ है। अभ्यर्थियों की मांग है कि सरकार ने 137000 भर्तियों को पूरा करने के लिए कहा था लेकिन 22,000 सीटें अभी भी खाली हैं जिन्हें भरा जाना चाहिए।
धरना-प्रदर्शन करने अलग-अलग जगहों से पहुंचे शिक्षक अभ्यार्थी
क्योंकि सरकार द्वारा सुपर टेट का क्वालीफाइंग एक्जाम हमारे द्वारा पास किया गया है बावजूद इसके एकेडमिक में कम नंबर होने की बात कहते हुए हमें अयोग्य बताया जा रहा है। धरना प्रदर्शन में प्रदेश भर के अलग-अलग जिलों से पहुंचे शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती वह लगातार ऐसे ही प्रदर्शन करते रहेंगे। बताते चलें कि गुरुवार को भी शिक्षक अभ्यर्थियों ने पहले तो सीएम आवास और फिर बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव कर जबरदस्त प्रदर्शन किया था।
वही आज एक बार फिर से शिक्षक अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि पिछले काफी समय से उन्हें बस आश्वासन ही दिया जा रहा है वही सरकार और प्रशासन के द्वारा उनके प्रदर्शन को खत्म करने की कोशिश भी की जा रही है। लेकिन वह अडिग हैं और मांगे पूरी न होने तक ऐसे ही प्रदर्शन करते रहेंगे।