Lucknow News: अंबेडकर विश्वविद्यालय में राष्ट्रपति के आने से पहले पुलिस ने जांची सुरक्षा व्यवस्था

अंबेडकर विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद महिला छात्रावास का शिलान्यास करेंगे।

Report :  Krantiveer
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update:2021-08-24 22:56 IST

राष्ट्रपति के आगमन से पहले सुरक्षा व्यवस्था को परखते पुलिस अधिकारी (फोटो-न्यूजट्रैक)

Lucknow News: बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में 26 अगस्त को होने वाले नौंवे दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद विवि के सावित्रीबाई फूले महिला छात्रावास का शिलान्यास करेंगे, जिसकी सहमति राष्ट्रपति भवन से विश्विद्यालय को मिल चुकी है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दी गई वित्तीय सहायता से महिला छात्रावास का निर्माण हुआ है। इस महिला छात्रावास में लगभग 204 छात्राओं के ठहरने की क्षमता है। इस छात्रावास में कुल 68 रूम हैं।

दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए अनिवार्य रूप से 72 घंटे के भीतर की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट मांगी गई है। इस संबंध में विवि के हेल्थ सेंटर में दो दिवसीय कैम्प लगाया गया है।


इस कैम्प के दूसरे दिन समारोह में शामिल होने वाले सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों, कर्मचारियों ने अपना आरटीपीसीआर टेस्ट करवाया। समारोह के मुख्य अतिथि भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद हैं। इसके मद्देनजर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था है। इस संबंध में आज जॉइंट सीपी- लॉ एंड आर्डर, डीसीपी ईस्ट, एडीसीपी ईस्ट, एसीपी कैंट ने सभागार का निरीक्षण किया और सुरक्षा को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए।


विवि परिसर में बैरिकेडिंग भी लगा दी गई है। समारोह की तैयारियों में आज गोल्ड मेडलिस्ट अभ्यर्थी और उपाधि धारकों ने अभ्यास किया। आज सभी एकेडमिक काउंसिल सदस्य, पुस्तकालय अध्यक्ष, संकाय और विभागाध्यक्षों की मौजूदगी में सर्वप्रथम अकादमिक शोभायात्रा निकाली, शोभायात्रा आर्मी बैंड की ताल पर आगे बढ़ी और सभागार में सभी सदस्यों ने क्रमबद्ध तरीके से प्रवेश किया और अपनी पूर्वनिर्धारित जगहों पर स्थान ग्रहण किया। आज सभी अभ्यर्थियों को भी उनके बैठने का स्थान, गेट पास जुड़ी जानकारियां भी दी गईं।


कोरोना काल के दौरान दीक्षांत समारोह में किसी तरह की चूक न होने पाए इसका पूरा प्रयास किया जा रहा है। प्रशासन के सामने सुरक्षा के साथ साथ कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने की बड़ी चुनौती बनी हुई है। इसी के तहत कार्यक्रम का कैसे संचालन किया जाना है, इसका पूरा रिहर्सल पहले ही कर लिया जा रहा है।



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