UP Election 2022: बिहार के सियासी सहयोगी यूपी में बने विरोधी, बिहार NDA के इन दलों ने बीजेपी के खिलाफ कसी कमर

Uttar Assembly Election 2022: बिहार में सरकार चल रही एनडीए गठबंधन के दो अहम घटक दल जदयू और वीआईपी ने यूपी में बीजेपी के खिलाफ लड़ने का ऐलान कर दिया है। दोनों पार्टियां यूपी में बीजेपी द्वारा भाव नहीं मिलने से खफा नजर आ रही हैं। जदयू यूपी में 26 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Published By :  Deepak Kumar
Update: 2022-01-24 15:20 GMT
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (फोटो:न्यूज़ट्रैक)

Uttar Assembly Election 2022: देश की सियासत में जब कभी राज्यों की राजनीति के बारे में चर्चा होती है तब यूपी - बिहार की चर्चा एक साथ होती है। दोनों राज्यों के सियासी मिजाज करीब एक हैं। दोनों तरफ के दल एक – दूसरे के राज्य में अपनी किस्मत जरूर आजमाते हैं। मौजूदा विधानसभा चुनाव (Uttar Assembly Election 2022) में भी ऐसा ही हो रहा है। लेकिन इस कवायद ने बीजेपी (BJP) को परेशान कर दिया है। दरअसल, यूपी में कांटे की लड़ाई में फंसी बीजेपी (BJP) के लिए पड़ोसी राज्य बिहार के गठबंधन सहयोगी मुश्किलों का सबब बनते जा रहे है।

जदयू की रणनीति

बिहार (Bihar) में सरकार चल रही एनडीए गठबंधन (NDA alliance) के दो अहम घटक दल जदयू और वीआईपी ने यूपी में बीजेपी के खिलाफ लड़ने का ऐलान कर दिया है। दोनों पार्टियां यूपी में बीजेपी द्वारा भाव नहीं मिलने से खफा नजर आ रही हैं। जदयू यूपी में 26 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। कुर्मी बहुल इन सीटों में अधिकतर अभी बीजेपी और उसके सहयोगी अपना दल के कब्जे में हैं। पार्टी द्वारा जारी सूची में, कुशीनगर की तुमकही विधानसभा सीट, लखनऊ कैंट, देवरिया की मिर्जापुरी की चुनार, सोनभद्र की राबर्ट्सगंज, सिध्दार्थनगर की शोहरतगढ़, जौनपुर की मड़ियाहूं, ललितपुर की महरौनी, औरैया की बिधूना, श्रावस्ती की भिनगा, देवरिया की भाटपार, देवरिया की जहानाबाद, प्रतापगढ़ की रानीगंज, कानपुर देहात की भोगनीपुर, अमेठी की जगदीशपुर, रामपुर की बिलासपुर, बदायूं सदर औऱ सीतापुर की महमूदाबाद विधानसभा सीट शामिल है। जदयू ने अभी उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। पार्टी इन सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशीयों की घोषणा होने के बाद अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करेगी। दरअसल पार्टी भाजपा के नाराज उम्मीदवारों को अपने सिंबल पर चुनाव लड़ाना चाहती है।

आक्रमक वीआईपी

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Assembly Election 2022) को लेकर शुरू से ही आक्रमक रही मुकेश सहनी की विकाशील इंसान पार्टी राज्य में निषाद बहुल सीटों पर अपना दावा ठोंक रही है। बिहार में निषादों की राजनीति करने वाले सहनी अभी एनडीए सरकार में पशुपालन मंत्री हैं और बीजेपी के कोटे से विधान पार्षद हैं। यूपी में चुनाव लड़ने को लेकर रोज उनकी बिहार भाजपा के नेताओं से नोंकझोंक हो रही है। मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) के बीजेपी सांसद औऱ बिहार भाजपा के उपाध्यक्ष अजय निषाद (Bihar BJP Vice President Ajay Nishad) लगातार उनपर हमलावर हैं। निषाद सहनी को यूपी में चुनाव न लड़ने की नसीहत दे चुके हैं। जबकि वीआईपी यूपी में 30 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। ऐसे में बीजेपी के बैसाखी के सहारे में बिहार में सत्ता सुख भोग रहे मुकेश सहनी का भविष्य क्या होगा, इसका पता यूपी चुनाव (UP Election 2022) का बाद ही पता चलेगा। वैसे राजनीतिक टिप्पणीकार भी मानते हैं कि यूपी का परिणाम बिहार की राजनीति का आने वाले समय दशा और दिशा तय करेगा।

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