Lucknow News: सिविल व बलरामपुर सहित सभी अस्पतालों ने फार्मासिस्ट ने काला फीता बांधकर किया प्रदर्शन, 9 दिसंबर से होगा कार्य बहिष्कार

Lucknow News Is Hindi Pharmacists Protest: सोमवार को प्रदेश के सभी अस्पतालों सहित लखनऊ के हॉस्पिटल्स में फार्मासिस्ट ने काला फीता बांधकर प्रदर्शन किया। साथ ही, इस बात का संकेत भी दिया कि फार्मासिस्ट सरकार से बेहद खफा है। यदि सरकार ने इनकी मांगों को नजरंदाज किया, तो सभी फार्मासिस्ट कार्य बहिष्कार करेंगे।

Newstrack :  Network
Published By :  Deepak Kumar
Update:2021-12-06 21:20 IST

Lucknow: सिविल व बलरामपुर सहित सभी अस्पतालों ने फार्मासिस्ट ने काला फीता बांधकर किया प्रदर्शन। 

Lucknow News Is Hindi Pharmacists Protest: "कर्मचारियों की मांगों पर उच्च स्तर पर बनी सहमति के बावजूद निर्णय नहीं हो रहे, युवाओं का भविष्य खतरे में है, कर्मचारियों को मिल रही सुविधाओं में कटौतियां जारी है, सरकार कर्मचारियों को इस देश का दोयम दर्जे का नागरिक मानती हैं, राज्य कर्मचारी और शिक्षक इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। कर्मचारियों के आक्रोश को देखते हुए कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा (staff teacher united front) के आह्वान पर फार्मासिस्ट फेडरेशन आंदोलन (Pharmacist Federation Movement) को तैयार है। 9 दिसम्बर से कार्य बहिष्कार में सभी संस्थानों और सभी विधाओं के फार्मासिस्ट शामिल होंगे।" ये बातें फार्मासिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव (Pharmacist Federation President Sunil Yadav) ने कही।

लखनऊ में काला फीता बांधकर किया प्रदर्शन

सोमवार को प्रदेश के सभी अस्पतालों सहित लखनऊ के हॉस्पिटल्स में फार्मासिस्ट ने काला फीता बांधकर प्रदर्शन किया। साथ ही, इस बात का संकेत भी दिया कि फार्मासिस्ट सरकार से बेहद खफा है। यदि सरकार ने इनकी मांगों को नजरंदाज किया, तो सभी फार्मासिस्ट कार्य बहिष्कार करेंगे। इसके अलावा, प्रदेश के अन्य कर्मचारी शिक्षक भी आंदोलन करने को तैयार हैं। सरकार से आर-पार करने की भी योजना बना चुके हैं।

फार्मासिस्ट फेडरेशन की ये हैं मांगें:-

फार्मासिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव (Pharmacist Federation President Sunil Yadav), महामंत्री अशोक कुमार (General Secretary Ashok Kumar) ने बताया कि फार्मासिस्ट संवर्ग (Pharmacist Cadre) सहित अन्य संवर्गो की वेतन विसंगति दूर करने, पदों का पुनर्गठन, वेटेनरी फार्मासिस्ट, सींचपाल सहित अनेक संवर्गो की नियमावली बनाने, निजीकरण को रोकने, पुरानी पेंशन बहाली, ठेका प्रथा संविदा की जगह स्थाई नियुक्तियां किये जाने, कैशलेश इलाज सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में मोर्चे द्वारा घोषित आंदोलन में भागीदारी करेंगे।

सरकार से कर्मचारी बेहद नाराज

सुनील यादव (Pharmacist Federation President Sunil Yadav) ने बताया कि सरकार के उपेक्षा पूर्ण रवैये से कर्मचारी नाराज हैं। सरकार संविदा, आउटसोर्सिंग और निजीकरण को बढ़ावा दे रही है, जो आम जनता के भविष्य के लिए भी घातक है। जिससे कर्मचारी भी परेशान हैं और इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। विभिन्न संस्थानों और विभिन्न विधाओं के फार्मासिस्टों के पदनाम परिवर्तन सहित अनेक मामले लंबित हैं।

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