Lucknow News: 11 करोड़ तक लग चुकी है महिला हॉकी टीम की बोली, एक हॉकी की चमकते शिखर की स्मृतियों को सहेजने का अवसर

महिला हॉकी टीम के शिखर पर पहुंचने की दास्तान को और यादगार बनाने की दिशा में काम शुरू हो गया है।

Newstrack :  Network
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update: 2021-09-24 15:55 GMT

रानी रामपाल की फाइल तस्वीर (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

Lucknow News: हार, दुख और निराशा के जाल में उलझकर जीवन का राख में तब्दील हो जाना अत्यंत स्वाभाविक है। लेकिन मनुष्य की जीवटता उसे अंधकार के रसातल से निकालकर चमकते शिखर पर आसीन करा देती है। इसका अनुपम उदाहरण भारत की महिला हॉकी टीम (mahila hockey team) है। महिला हॉकी टीम (mahila hockey team) के शिखर पर पहुंचने की दास्तान को यादगार बनाया जा सकता है। आने वाली पीढ़ियों तक इन स्मृतियों को सहेजकर रखने और गर्त से आसमान छूने के सफर की दास्तां के साक्ष्यों को आप अपने घर ले जा सकते हैं।

भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में जब अपने सफर की शुरुआत की तो हॉकी खेल के विशेषज्ञ भी उसकी दावेदारी को लेकर विश्वस्त नहीं दिखे। ओलंपिक में महिला हॉकी टीम (mahila hockey team) को लगातार तीन हार का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद हॉकी टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन कर टूर्नामेंट में जबरदस्त वापसी की। ओलंपिक के इतिहास में पहली बार भारतीय महिला हाकी टीम कप्तान रानी रामपाल (Rani Rampal) के नेतृत्व में ओलंपिक के सेमी फाइनल तक जा पहुंची। हांलाकि अंतिम मुकाबले में टीम कांस्य पदक से चूक गयी लेकिन वहां तक पहुंच कर उसने भारत का नाम जिस तरह रोशन किया वह कई मायनों में अभूतपूर्व रहा।

टोक्यो ओलंपिक में यह जलवा दिखाने वाली लड़कियों में से कई ने बांस की खप्प्चियों और लकड़ी के डंडे से हाकी खेलना शुरू किया था। भोजन, ढंग के कपड़े, बेहतर शिक्षा और जरूरी सुविधाओं के अभाव में विपरीत परिस्थितियों में जीवन जिया । लेकिन किसी तरह हाकी की ट्रेनिंग तक का सफर तय किया। फिर भारत को शिखर तक पहुंचाने के संकल्प के साथ मैदान में उतरीं तो उनका हौसला देख दुनिया चौंक उठी।

ओलंपिक से लौटकर महिला हॉकी टीम देश पहुंची तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे मुलाकात की और कहा "आप सबने बहुत अच्छा खेला। आपने इस खेल को पिछले पांच सालों में बहुत कुछ दिया, इस खेल के लिए इतना पसीना बहाया। आपकी मेहनत और पसीने ने भले ही मेडल न जिताया हो । लेकिन देश की करोड़ों लड़कियों के लिए आप प्रेरणा बन गई हैं।"

इस अवसर पर टीम की खिलाड़ियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नायाब तोहफा दिया। वह है ओलंपिक में इस्तेमाल में लायी गयी एक हाकी स्टिक। जिस पर सभी खिलाड़ियों ने अपने अपने हस्ताक्षर कर रखे हैं। इस नीले रंग की हाकी स्टिक पर रानी रामपाल, सविता पूनिया, ललरेमसियामी, नवजोत कौर, गुरजीत कौर, निक्की प्रधान, दीप ग्रेस, सुशीला चानू, सलीमा टेटे, मोनिका मलिक, निशा वार्सी, नेहा गोयल, उदिता सहित पूरी टीम की खिलाड़ियों के हस्ताक्षर हैं।

महिला हाकी टीम की वह ऐतिहासिक भेंट अगर आप चाहें तो हासिल कर सकते हैं। प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले उपहार और स्मृति चिन्हों की नीलामी 17 सितंबर से शुरू हो चुकी है जो 7 अक्टूबर, 2021 तक जारी रहेगी। इसका बेस प्राइज अस्सी हज़ार रुपए रखा गया था। इसमें भारतीय महिला हाकी टीम की स्टिक भी शामिल है। अब इसकी बोली 11 करोड़ तक पहुंच चुकी है। https://pmmementos.gov.in पर अपना रजिस्ट्रेशन करा कर इस नीलामी में हिस्सा लिया जा सकता है। इस नीलामी से प्राप्त राशि को नमामि गंगे परियोजना पर खर्च किया जाएगा।

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