लखनऊ में आरती स्थल से निकली शिव बारात, मनकामेश्वर मंदिर पर हुआ समापन, विश्वनाथ मंदिर में रात 2:15 बजे होगी 'मंगला आरती'

Maha Shivratri 2022: रविवार को शिवरात्रि के पूर्व लखनऊ में ऐसा विहंगम नज़ारा देख, हर शिवभक्त भक्ति में लीन हो गया। मानो शिवरात्रि का त्यौहार अभी से ही शुरू हो गया हो।मनकामेश्वर मंदिर की महंत दिव्यागिरी की अगुवाई में निकाली गई, शिव बारात का समापन मनकामेश्वर मंदिर में हुआ।

Report :  Shashwat Mishra
Published By :  Deepak Kumar
Update:2022-02-27 19:00 IST

लखनऊ में आरती स्थल से निकली शिव बारात।

Lucknow News: सड़कों पर डम-डम डमरू की आवाज़, नृत्य करते शिव-पार्वती, चारों ओर झूमकर नाचते शिवभक्त और आसमां में फूलों की वर्षा का दृश्य, राजधानी के डालीगंज इलाके में देखने को मिला। रविवार को शिवरात्रि (Shivratri) के पूर्व लखनऊ में ऐसा विहंगम नज़ारा देख, हर शिवभक्त भक्ति में लीन हो गया। मानो शिवरात्रि का त्यौहार अभी से ही शुरू हो गया हो।

मनकामेश्वर मंदिर (Mankameshwar Temple) की महंत दिव्यागिरी (Mahant Divyagiri) की अगुवाई में निकाली गई, शिव बारात का समापन मनकामेश्वर मंदिर (Mankameshwar Temple) में हुआ।


आरती स्थल से निकाली गई शिव बारात

शिव बारात को गोमती नदी (gomti river) के तट पर स्थित आरती स्थल से निकाला गया। जिसे नदवा कॉलेज होते हुए मनकामेश्वर मंदिर (Mankameshwar Temple) लाया गया। जिसके बाद, सभी भक्तों ने मंदिर में दर्शन किए। और, शिव बारात का समापन हुआ।


रामायणकाल से जुड़ा हुआ है मंदिर का इतिहास

जैसा कि नाम ही से स्पष्ट है कि मनकामेश्वर मंदिर (Mankameshwar Temple) में मांगी गई सभी मुरादें पूरी होती हैं और जब किसी की विनती पूरी हो जाती है, तो भक्त फूल, बेलपत्र और जल से भगवान शिव का वंदन करती है। बता दें कि इस मंदिर का इतिहास रामायणकाल से जुड़ा हुआ है। कहा जाता है, जब लखनपुर (Lucknow) के राजा लक्ष्मण ने माता सीता को वनवास छोड़ा था, उसके बाद वहां से लौटते हुए उन्होंने यहीं पर भगवान शिव की आराधना की थी। जिसके बाद, कालांतर में इस मंदिर की स्थापना की गई।


शिवरात्रि के दिन रात 2:15 बजे होगी बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती

मंगलवार यानी 1 मार्च को पूरे देश में शिवरात्रि मनाई जाएगी। इसको लेकर वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple in Varanasi) में भी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जहां भक्तों का स्वागत रेड कार्पेट बिछाकर किया जाएगा। वहीं, मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा (Chief Executive Officer Sunil Verma) ने बताया कि रात 2:15 बजे मंगला आरती होगी। जो कि 3:15 बजे ख़त्म होगी। उसके बाद, 3:30 बजे से पट खोल दिये जायेंगे, जिससे भक्तजन आकर दर्शन कर सकेंगे। मध्यान्ह भोग आरती का समय दोपहर 12 बजे से 12:30 बजे तक का तय किया गया है।

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