प्रियंका को हिरासत में लिया गया, पीड़ित परिवार से मिलने जा रही थीं आगरा
Priyanka Gandhi Ko Agra Jane Se Roka Gaya : आगरा में पीड़ित परिवार से मिलने जा रही प्रियंका गांधी को लखनऊ पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।;
प्रियंका गांधी को रोका गया (फोटो- सोशल मीडिया)
Priyanka Gandhi Ko Agra Jane Se Roka Gaya : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का आज आगरा में पीड़ित परिवार से मिलने जा रही थी, लेकिन लखनऊ पुलिस ने उन्हें नहीं जाने दिया। काफी प्रयासों के बाद भी जब कार्यकर्ता नहीं माने, तो प्रियंका गांधी को लखनऊ पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
बता दें, प्रियंका गांधी को आज फिर राजधानी में पुलिसवालों ने काफिल रोक दिया। जिससे आक्रोशित उनके नेता पुलिसवाले से भिड़ गए। खुद प्रियंका भी अपनी गाड़ी से उतरकर नेताओं के साथ भीड़ के बीच में पहुंच गईं। इस दौरान प्रियंका ने एक पुलिस अधिकारी से आगरा (Priyanka Gandhi Ko Agra Nahi Jane Diya Gaya) नहीं जाने देने का कारण पूछा तो उनका कहना था कि लखनऊ और आगरा में धारा 144 (Lucknow Agra Mein Dhara 144) लगी है , आप नहीं जा सकती हैं। प्रियंका ने कहा किसी की मौत हो गई है। आप मुझे जाने से रोक रहे हैं।
प्रियंका और पुलिस अफसर के बीच करीब दो मिनट तक बात हुई । पुलिस अधिकारी उन्हें लॉ एंड ऑर्डर की दुहाई दे रहा था। जिस पर प्रियंका ने कहा मैं लखनऊ में गेस्ट हाउस में बैठी रहूं, आप लोग खुश रहेंगे। मैं आगरा पीड़ित परिवार (Priyanka Gandhi Agra Peedit Parivar Se Milne Ja Rahi) से मिलने जा रही हूं इसमें लॉ एंड ऑर्डर (Law And Order) कहां से बिगड़ रहा है। बता दें प्रियंका गांधी आगरा में अरुण वाल्मीकी के परिजनों से मिलने जा रही थीं। अरुण की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी।
अरुण बाल्मीकी कि पुलिस हिरासत में मौत का आरोप
बता दें आगरा के थाना जगदीशपुरा के मालखाने से 25 लाख की चोरी के मामले में हिरासत में लिए गए युवक की मंगलवार रात को मौत हो गई। पुलिस उससे चोरी की गई रकम की बरामदगी के प्रयास में लगी हुई थी। अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई। पुलिस अस्पताल लेकर पहुंची, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। युवक सफाई कर्मी था। घटना के बाद से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
परिवार ने लगाया पिटाई का आरोप
पुलिस अभिरक्षा में अरुण की मौत के बाद उनके परिजन पुलिस पर उसकी पिटाई का आरोप लगाया है। अरुण की मां कमला देवी का आरोप है कि पुलिसवालों ने चोरी का आरोप लगाते हुए पूरे परिवार को उठा लिया। उनकी पिटाई लगाई। अरुण कुछ पुलिस वालों के नाम बता रहा था। नाम उजागर न हो जाएं, इसलिए उसे मार दिया। मुझे इंसाफ चाहिए जिसने उसे मारा है उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
आगरा एसएसपी का क्या है कहना
वहीं एसएसपी मुनिराज जी का कहना है कि मालखाना में नकबजनी हुई थी। जिसमें 25 लाख रुपया चोरी हुआ था। मंगलवार को पुलिस ने अरुण को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। उसने घटना को कबूला था। 15 लाख रुपया घर से रिकवरी किया था। इसी दौरान उसकी घर में तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद पुलिस और अरुण के परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने एफआईआर का प्रार्थनापत्र दिया था। जिसके आधार पर अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया है।