Keshav Dev Maurya: केशव प्रसाद मौर्य के केशव 'देव' मौर्य बनने की कहानी, उन्हीं की जुबानी

Keshav Dev Maurya: वर्तमान में केशव देव मौर्य खुद के द्वारा स्थापित राजनीतिक दल 'महान दल' के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में उनका दल समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने को तैयार है।

Report :  Rajat Verma
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2022-01-19 13:29 IST

केशव देव मौर्य (फोटो-सोशल मीडिया)

Keshav Dev Maurya : केशव प्रसाद मौर्य उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक जाना माना नाम हैं और वर्तमान में भाजपा सरकार के डिप्टी सीएम भी हैं। लेकिन इसके विपरीत हम जिस नेता की बात कर रहे हैं वह भाजपा नेता केशव प्रसाद मौर्य नहीं बल्कि 2022 उत्तर प्रदेश चुनाव में सपा के साथ गठबंधन कर मैदान में उतरे 'महान दल' के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्य हैं।

वर्तमान में केशव देव मौर्य खुद के द्वारा स्थापित राजनीतिक दल 'महान दल' के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में उनका दल समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने को तैयार है।

असली नाम है 'केशव प्रसाद मौर्य'

हाल ही में केशव देव मौर्य ने एक निजी समाचार चैनल कक दिए गए अपने एक इंटरव्यू में बताया को उनका आधिकारिक नाम केशव प्रसाद मौर्य है ना कि केशव देव मौर्य।

अब सवाल यह खड़ा होता है कि नाम बदलने की आवश्यकत क्यों पड़ी? केशव देव मौर्य के मुताबिक इस बात का कारण भी भाजपा नेता केशव प्रसाद मौर्य हैं। सुनने में थोड़ा हास्यपद हो सकता है लेकिन नेता जी ने इस बात की जानकरी स्वयं दी है।

केशव देव मौर्य ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी ने उनके सामने 'महान दल' का भाजपा में विलय का प्रस्ताव रखा था लेकिन उन्होनें इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी ने उनका राजनीतिक कैरियर खत्म करने के उद्देश्य से उन्हीं के समाज और हूबहू नाम के नेता केशव प्रसाद मौर्य को उत्तर प्रदेश की राजनीति का बड़ा चेहरा बना दिया, जिसके चलते उन्हें अपनी व्यक्तिगत पहचान बनाए रखने के लिए अपना नाम बदलकर 'केशव देव मौर्य' करना पड़ा। हालांकि आधिकारिक रूप से यानी कागजों पर उनका नाम अभी भी केशव प्रसाद मौर्य ही है।

समाजवादी पार्टी के चुनाव निशान पर लड़ेंगे चुनाव

चुनाव आयोग से चुनाव चिन्ह आवंटित ना होने के चलते 'महान दल' के नेता और उम्मीदवार 2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के 'साईकल' निशान पर ही चुनाव लड़ेंगे।

केशव देव मौर्य ने खुद के चुनाव लड़ने से इंकार किया है लेकिन अपने दोनों बेटों के विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर सहमति जताई है।

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