Vaishno Devi Incident: वैष्णोदेवी मंदिर भगदड़ हादसे में UP के 4 श्रद्धालुओं की मौत, परिवार में मचा कोहराम
जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध वैष्णो देवी मंदिर में शनिवार देर रात मचे भगदड़ में 12 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि कई अन्य लोग घायल हैं। इनमें तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है।
Vaishno Devi Incident : जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध वैष्णो देवी मंदिर में शनिवार देर रात मचे भगदड़ में 12 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि कई अन्य लोग घायल हैं। इनमें तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। बता दें, कि मृतकों में अभी तक आठ लोगों की पहचान हो गई है, जिनमें चार उत्तर प्रदेश के हैं। मृतकों के घरवालों को जैसे ही हादसे की खबर मिली घर में कोहराम मच गया।
वैष्णो देवी मंदिर हादसे में उत्तर प्रदेश के जिन चार लोगों की मौत हुई है। उनकी पहचान कुछ इस प्रकार हैं। -
श्वेता सिंह, उम्र-35
पति का नाम- विक्रांत सिंह, गाजियाबाद
डॉ अरुण प्रताप सिंह, उम्र- 30
पिता का नाम- सत्य प्रकाश सिंह, गोरखपुर
विनीत कुमार, उम्र- 38
पिता का नाम- वीरपाल सिंह, सहारनपुर
धरमवीर सिंह, उम्र-35
सहारनपुर
भगदड़ का शिकार हुए चार अन्य मृतकों में दो दिल्ली के जबकि एक हरियाणा और एक जम्मू-कश्मीर का स्थानीय नागरिक है। शेष चार लोगों की पहचान होनी अभी बाकी है। स्थानीय प्रशासन इस सिलसिले में जुटी है। इतना ही नहीं, प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। ताकि, देश भर से लोग अपने परिजनों के बारे में जानकारी हासिल कर सकें। इन नंबरों पर संपर्क कर परिवार के लोग घायलों या मृतकों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ये नंबर हैं--
01991-234804
01991-234053
तीन सदस्यीय टीम करेगी हादसे की जांच
घटना के बाद, श्राइन बोर्ड ने अपने एक बयान में कहा है, कि हादसे में 12 श्रद्धालुओं की मौत हुई है, जबकि 15 श्रद्धालु घायल हुए हैं। सरकार ने तीन सदस्यों की टीम को उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। इस टीम की अध्यक्षता प्रिंसिपल सेक्रेटरी होम करेंगे। उनके अलावा एडीजीपी जम्मू जोन और डिवीजनल कमिश्नर जम्मू इसके सदस्य होंगे।
श्राइन बोर्ड ने जारी किया बयान
इससे पहले, वैष्णो देवी मंदिर हादसे के संबंध में श्राइन बोर्ड ने बयान जारी किया है। अपने बयान में बोर्ड ने कहा है, कि शनिवार देर रात वैष्णो देवी भवन के गेट नंबर- तीन के पास भगदड़ मची थी। श्राइन बोर्ड के अधिकारियों, पुलिस और जिला प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया। इस वजह से कईयों की जान बचाई जा सकी।