Ram Mandir: राम मंदिर में दिन में तीन बार होगी आरती, शामिल होने के लिए बनाना होगा पास, जानें पूरी प्रक्रिया
Ram Mandir: सुबह के समय शृंगार आरती, दोपहर में भोग आरती और शाम के समय संध्या आरती होगी। हर आरती में अधिकतम 30 लोगों के शामिल होने की अनुमति होगी।
Ram Mandir: अयोध्या में नवनिर्मित रामलल मंदिर के उद्घाटन की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह कार्यक्रम पूरे सात दिन तक चलेगा। इसके बाद मंदिर को आम लोगों के दर्शन के लिए खोला जाएगा। राम मंदिर में दिन में तीन बार आरती की जाएगी। आरती का समय है – सुबह साढ़े छह बजे, दोपहर 12 बजे और शाम साढ़े सात बजे। आरती में शामिल होने के लिए पास होना जरूरी है, जिसकी बुकिंग कल यानी गुरूवार से ही शुरू हो गई है।
जानकारी के मुताबिक, सुबह के समय शृंगार आरती, दोपहर में भोग आरती और शाम के समय संध्या आरती होगी। हर आरती में अधिकतम 30 लोगों के शामिल होने की अनुमति होगी। सुरक्षा कारणों से अभी बेहद सीमित संख्या में लोगों को आरती में शामिल होने की इजाजत दी जा रही है। भविष्य में स्थिति का आकलन कर श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा किया जाएगा।
पास की ऑनलाइन बुकिंग शुरू
आरती में शामिल होने के लिए जरूरी पास की ऑनलाइन बुकिंग शुरू हो चुकी है। राम जन्मभूमि मंदिर के पोर्टल से कोई भी भक्त अपने लिए पास बना सकता है। पास के लिए आवेदन करने के दौरान आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और वोटर आईडी इन चार में से कोई एक दस्तावेज होना जरूरी है। आवेदन स्वीकृत होने के बाद अयोध्या में काउंटर से पास लेना होगा। जिस दस्तावेज पर पास बनेगा, उसे अपने साथ रखना जरूरी है, तभी आरती में एंट्री मिलेगी। पास के लिए सभी पर एक समान शुल्क तय किया गया है।
22 जनवरी को होगा प्राण प्रतिष्ठा समारोह
भव्य मंदिर में भगवान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा 16 से 22 जनवरी तक होगी। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के समय मूर्ति की आंखों से पट्टी हटाई जाएगी। इस दौरान मंदिर के गर्भगृह में केवल पांच लोग मौजूद रहेंगे। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, संघ प्रमुख मोहन भागवत और मुख्य आचार्य शामिल हैं।
प्राण प्रतिष्ठा का ये है पूरा कार्यक्रम
16 जनवरी - मंदिर ट्रस्ट की ओर से नियुक्त यजमान द्वारा प्रायश्चित,सरयू नदी के तट पर दशविध स्नान, विष्णु पूजन और गोदान होगा
17 जनवरी - रामलाल की मूर्ति के साथ शोभायात्रा अयोध्या भ्रमण करेगी, श्रद्धालु मंगल कलश में सरयू का जल लेकर मंदिर पहुंचेंगे
18 जनवरी - गणेश अंबिका पूजन,वरुण पूजन,मातृका पूजन,ब्राह्मण वरण,वास्तु पूजन आदि से विधिवत अनुष्ठान आरंभ होगा
19 जनवरी - अग्नि स्थापना, नवग्रह स्थापना और हवन होगा
20 जनवरी - मंदिर के गर्भग्रह को सरयू के जल से धोने के बाद वास्तु शांति और अन्नाधिवास कांड होंगे
21 जनवरी - 125 कलशों से मूर्ति से दिव्या स्नान के बाद शय्याधिवास कराया जाएगा..
22 जनवरी - सुबह पूजन के बाद मध्यान्ह काल में मृगशिरा नक्षत्र में रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा होगी