Ayodhya News: SDM पर विधवा महिला को घर से बाहर निकालने का आरोप, वीडियो वायरल
अयोध्या की एसडीएम सदर ज्योति सिंह पर विधवा महिला को उसके दो छोटे बच्चों के साथ घर से बाहर निकालने का आरोप लगा है।
अयोध्या। धर्मनगरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें एक विधवा महिला शिप्रा शुक्ला और उसके दो बच्चों को घर से बाहर निकाल दिया गया। महिला का आरोप है कि उपजिलाधिकारी (SDM) सदर ज्योति सिंह के आदेश पर उसे सामान सहित बाहर निकाला गया है। बरसात के मौसम में वह अपने दोनों बच्चों और सामान को लेकर कहां जाए। जबकि एसडीएम का कहना है उसका देवर से विवाद चल रहा है और वह खुद ही अपना सामान बाहर निकालकर कहीं जा रही थी।
महिला का जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें वो कह रही है कि उनके देवर के कहने पर एसडीएम सदर ज्योति सिंह ने उन्हें घर से बाहर करा दिया है। महिला के मुताबिक वह पिछले 10-12 सालों से फैजाबाद अब अयोध्या में रही है। जिस घर से आज उसे बाहर किया गया है उसमें वह बीते तीन सालों अपने बच्चों और ससुर के साथ रह रही थी। ससुर की मौत के बाद उनका देवर अपनी पत्नी के साथ यहां आकर रहने लगा और एसडीएम से कहकर उसे घर से बाहर करा दिया है।
एसडीएम ज्योति सिंह का बयान
वहीं पूरे मामले में एसडीएम ज्योति सिंह का कहना है कि महिला के देवर की तरफ कोतवाली और मुझे सूचना दी थी कि उसके मकान को खाली नहीं किया जा रहा है। कोतवाल के निवेदन पर वह मौके पर पहुंची थीं। महिला का अपने देवर से पुश्तैनी मकान को लेकर विवाद चल रहा था। ये मकान उनके देवर के नाम पर है। जिसमें महिला अपने बच्चों के साथ रहती थी। देवर द्वारा उस मकान को खाली कराने की शिकायत कोतवाली और मुझसे की गई थी। जिस पर वह मौके पर पहुंचीं तो महिला अपना सामान खुद ही पैक करके बाहर रखी हुई थी। एसडीएम ने बताया कि विधवा महिला को किसी के द्वारा कहा गया है कि वह कोर्ट से उन्हें रहने का हक दिला देंगे तो उनके द्वारा झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। हालांकि एसडीएम ने ये बात स्वीकार्य की है कि बिना लीगल नोटिस के किसी को बाहर नहीं निकाला जा सकता। इस संबंध में भी एसडीएम ने कहा कि महिला खुद ही अपना सामान पैक कर बाहर रखी किसी पुलिसवाले ने उनके सामान को हाथ नहीं लगाया है।
महिला आयोग की सदस्य ने लिया संज्ञान
वहीं अयोध्या दौरे पर पहुंचीं राज्य महिला आयोग की सदस्य इंद्रावास सिंह को जैसे इसकी सूचना मिली वह मौके पर पहुंच गईं। उनके हस्तक्षेप के बाद महिला को उसी घर में रहने के लिए कहा गया है। महिला आयोग की सदस्य ने कहा कि उन्होंने मानवता और महिला विधवा है उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं उस आधार पर उन्होंने महिला को अभी उसी घर में रहने के लिए कहा है। वह कोर्ट जाएंगी जो कोर्ट का आदेश होगा उसका पालन किया जाेगा।