लखनऊः आजम खान ने गवर्नर राम नाईक पर निशाना साधते हुए कहा कि मेयर कानून से ऊपर नहीं हैं, वह गबन करें तो उन्हें भी सजा हो। जब उनसे गवर्नर के नगर निगम संशोधन विधेयक को राष्ट्रपति को संदर्भित करने के बारे में पूछा गया तो खान ने एक वाक्ये का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय भी इसी तरह विधेयक राष्ट्रपति को भेजे गए थे पर राष्ट्रपति ने उन्हें वापस कर दिया था। इस तरह विधानसभा से पास विधेयक राष्ट्रपति को संदर्भित नहीं किए जा सकते। गवर्नर बीजेपी के मेयरों को बचाने के लिए यह सब कर रहे हैं।
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आजम ने मेयर को कहा नाराज बुजुर्ग
आजम खान महानगर स्थित कल्याण मंडप में विकास से संबंधित कामों का शिलान्यास व लोकार्पण करने के पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गवर्नर बुजुर्ग हैं, नाराज रहते हैं। जिस तरह बच्चों का ख्याल रखा जाता है। उसी तरह बुजुर्गों का भी ख्याल रखा जाना चाहिए। उन्होंने एमएलसी चयन के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि उसमें एक कैंडिडेट के बारे में यह शिकायत थी कि उनका रेलवे के मामल में केस चल रहा है।
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वह रपट कहासुनी की थी। उसकी जांच हुई। इसमें शिकायत छोटी पाई गई। इसका जवाब भी बनाकर राज्यपाल को भेज दिया गया। फिर भी उन साहबान को एमएलसी की लिस्ट से बाहर कर दिया गया। इससे लोकतंत्र कमजोर हो रहा है। सबके अपने-अपने अधिकार और सीमाए हैं। विधानसभा में जो हम बोलते हैं वह मंत्री की हैसियत से नहीं बोलते हैं बल्कि एक सदस्य की हैसियत से बोलते हैं और विधानसभा की प्रोसेडिंग को कोर्ट में चैलेंज नहीं किया जा सकता है।
यह लोकतंत्र का अधिकार है। बुंदेलखंड केंद्र के पानी भेजने के सवाल पर कहा कि खाली टैंकर भेजे, पकड़े गए। केजीएमयू के निर्माण कामों को लेकर पूछे गए सवाल पर आजम ने कहा कि मैं कुछ कहूंगा तो कहेंगे कि इसे बर्खास्त करो।
सपा सरकार तोफे में देती है रिक्शा
-साक्षी महाराज को लेकर सवाल पूछने पर कहा कि साक्षी महाराज बलात्कारी हैं।
-सपा सरकार रिक्शा तोहफे में देती है, मोदी बैंक से उधार पर दिलाते हैं।
-देश के बादशाह नरेंद्र मोदी की अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से लंगोटिया यारी है।
-लेकिन जब रिक्शा वाले को रिक्शा देते हैं तो बैंक से उधार दिलाकर और सूद दिलाकर उसे रिक्शा देते हैं और जब हम समाजवादी और हमारी सरकार गरीब को रिक्शा देती है तो उसे उधार नहीं बल्कि उसे तोहफा देती है।
-घोषणा पत्र में दोबारा छपा कि सपा रिक्शा चालकों को मुफ्त बैटरी रिक्शा देेगी।
आजम खां ने कहा कि चुनाव के समय एक दिन नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का फोन आया कि घोषणा पत्र छप गया और आपने देखा नहीं तो मैंने कहा कि हम चाहते हैं कि घोषणा पत्र में यह लाइन बढ़ा दी जाए कि हम बैटरी रिक्शे का तोहफा देंगे। इसको लेकर सीएम साहब के साथ कई बैठके हुईं और फिर घोषणा पत्र में इसको जगह मिली।
दुनिया में अगर एक कमीना पैदा हुआ तो वह रामपुर का नवाब था
आजम ने कहा कि दुनिया में अगर एक कमीना पैदा हुआ था तो वह हमारे यहां का नवाब था। सिर्फ पक्का मकान उसका होता था और जो नवाब के दस्तरखान पर खाना खाता था। मौलाना जौहर जब ब्रिटेन से पढ़ कर लौटे तो उन्हें स्टेशन पर अरेस्ट करवा लिया। पढ़ने क्यों गए थे।
यह है नवाबी और लोकतंत्र का फर्क
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि जिन दरवाजों के बारे में अखबारों ने छापा कि गिरवा दिया आजम खां ने वह बहुत चे थे। नवाब को दिल्ली जाना होता था तो दिल्ली दरवाजा नाम हुआ। नैनीताल जाना होता था तो पहाड़ी गेट नाम हुआ। बरेली जाना होता था तो अलग दरवाजा। दरवाजे ऊंचे बहुत थे पर सिर्फ नवाब की गाड़ी निकल सकती थी। पर वही दरवाजे आज उससे भी उंचे हैं पर उसमें से बीस गाड़िया निकल सकती हैं। यह है नवाबी और लोकतंत्र का फर्क।
सेल्फी लेना बंद करो, हाथ में झाड़ू लो
आजम ने कहा कि देश के बादशाह ने दो चीजें सिखाईं। पहला सेल्फी लेना। जो सेल्फी ले रहा है वह तो दे रहा है पोज। इसमें अपना फोटो अच्छा और जिसके साथ खींच रहे हैं उसका फोटो तिरछा। आजम ने कहा कि सेल्फी लेना बंद करो और झाड़ू हाथ में रखो। इससे कम से कम देश के बादशाह का एक संदेश जनता के बीच जाएगा।
-हम करते हैं और करके भी कुछ नहीं बताते हैं और कुछ लोग हैं जो करते कुछ नहीं फिर भी लोगों से झाड़ू लगवाते हैं।
-हमने विधायकों को तोहफा दिया। अटैची में एक पत्र, कलम और झाड़ू रखी। इसलिए रखी क्योंकि अच्छी चीज है कम से कम घर में ही लगा दिया करो।
-हमने तीन लाख रिक्शा देने का टारगेट बनाया है। पर रिक्शा बन नहीं पा रहे हैं। अगली सरकार में कोई ऐसा आदमी न हो जो पैडल से रिक्शा चलाए।