कन्नौज: यूपी के नगर विकास मंत्री आजम खान और राज्यपाल राम नाईक के बीच चल रहा शीतयुद्ध थमने का नाम नहीं नहीं ले रहा है। एक बार फिर आजम ने राज्यपाल पर निशाना साधते हुए कहा, 'उन्हें लोकतंत्र से खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है।'
क्या था विवाद ?
-गौरतलब है कि आजम खान ने यूपी विधानसभा में राज्यपाल को मेयर के बिल को रोकने पर तीखी टिप्पणी की थी।
-जिसके बाद राज्यपाल ने उनके बयानों की सीडी मंगाई थी।
-सीडी सुनने के बाद राज्यपाल ने सीएम को आजम के बयान को असंवैधानिक बताते हुए उन्हें संसदीय कार्यमंत्री पद के लिए अयोग्य बताया था।
-राज्यपाल के मुताबिक आजम ने 60 में से 20 बातें ऐसी कही थी जो उनके पद के लिहाज से अशोभनीय थी।
ये भी पढ़ें...परिवर्तन की राह पर सपा, शिवपाल को प्रभारी बनाए जाने के क्या हैं मायने?
'हारे तो आएगी पत्थरों की सरकार'
-कन्नौज में मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए आजम खान ने कहा कि 'मेरी बर्खास्तगी समस्या का हल नहीं है।
-देश को नेताजी (मुलायम सिंह) की जरूरत है।
-कहा, 'अगर ये सरकार जाएगी तो पत्थरों की सरकार (मायावती) आएगी।'
ये भी पढ़ें...यासीन ने तोड़ा दम, मरने से पहले कहा- सपा मंत्री की शह पर जलाया गया
पीएम पर भी साधा निशाना
इसके अलावा आजम खान ने पीएम मोदी को भी निशाना बनाते हुए कहा कि मोदी को अपनी मां का पता नहीं और वह नवाज शरीफ की मां से मिलने पाकिस्तान जाते हैं।