Azamgarh: 29 बैंकों से करोड़ों का ठगी करने वाले दाऊद गैंग के दो सदस्य गिरफ्तार
Azamgarh: अभियुक्तों द्वारा फर्जी पते पर बैंक खाता खुलवाकर 02 करोड़ 74 लाख रुपये का हेर फेर किया गया है। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से 03 मोबाइल फोन, 05 एटीएम कार्ड व अन्य कागजात बरामद किया गया है।
Azamgarh News: जनपद की साइबर थाना पुलिस ने अन्तर्राज्यीय साइबर ठग गैंग के बड़े मामले का पर्दाफाश करते हुए दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि इन अभियुक्तों द्वारा फर्जी पते पर बैंक खाता खुलवाकर 02 करोड़ 74 लाख रुपये का हेर फेर किया गया है। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से 03 मोबाइल फोन, 05 एटीएम कार्ड व अन्य कागजात बरामद किया गया है। रविवार 25 अगस्त को साइबर क्राइम पुलिस थाना को शिकायत प्राप्त हुई कि जनपद आजमगढ़ के कुछ व्यक्ति जामतारा झारखण्ड के साइबर अपराधियों के साथ मिलकर फर्जी पते पर फर्जी खाता खुलवाकर फर्जी मोबाइल नंबरों की फिडींग कराकर साइबर फ्राड का पैसा खाते में मंगवाते हैं तथा पैसों को एटीएम कार्ड से निकालकर कमीशन का 25 फीसदी रुपया अपने पास रखते है तथा बाकी पैसा जामतारा गैंग के विभिन्न बैंक खाते में भेज देते हैं।
उक्त शिकायत पर संज्ञान लेते हुए सहायक पुलिस अधीक्षक अपराध शुभम अग्रवाल के पर्यवेक्षण में तकनीकी संसाधनों का प्रयोग करते हुए साइबर क्राइम टीम द्वारा लोकेशन के आधार पर प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम विमल प्रकाश राय द्वारा चेक पोस्ट तिराहा (रानी की सराय) से अभियुक्त मो. फैसल पुत्र मो0 सिराजुद्दीन पता गोठावं थाना बरदह व कुलदीप गौतम पुत्र जंत्री नि0ग्राम नंदनगर थाना निजामाबाद को 25 अगस्त की दोपहर करीब 15.30 बजे गिरफ्तार कर लिया। इनके अन्य 3 अन्य साथी पुलिस बल को देखकर मौके से फरार हो गये है। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से 03 मोबाइल फोन, 02 पैनकार्ड, 05 आधार कार्ड, 01 आधार कार्ड की छाया प्रति व भिन्न भिन्न खातों की ट्रांजेक्शन सूची (कुल 29 बैंक खातो से 2,74,14695/- रुपये के ट्राजेक्शन का विवरण अंकित हैं), 05 एटीएम कार्ड, 02 एटीएम किट डाक्यूमेन्ट, 01 ड्राइविंग लाइसेन्स, 01 ई-श्रम कार्ड बरामद हुआ।
पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि 5 व्यक्ति मिलकर साइबर फ्राड का कार्य करते हैं। उक्त गैंग का लीडर दाऊद व जमीरुद्दीन अंसारी हैं जो जामतारा झारखण्ड का रहने वाला है। ऐसे व्यक्ति जिनको पैसों की आवश्यकता होती है उन्हे पैसों का लालच देकर उनके आधार कार्ड में फर्जी नाम पता व मोबाइल नम्बर फीड कराकर, उसकी मदद से बैंको मे खाते खुलवाये जाते हैं। खाता धारकों को प्रति खाता 03-04 हजार रूपये दिया जाते हैं तथा उनके एटीएम कार्ड , चेकबुक लेकर फ्राड के रुपयों का लेन देन किया जाता है। दाऊद ने फैसल के साथ मिलकर कुलदीप और मुन्नी लाल के आधार कार्ड में फर्जी मोबाइल नंबर व फर्जी पते की फीडिंग करवा कर फर्जी पते पर कई सिम कार्ड व लगभग 16 खाते खुलवाये है। दाऊद जिसमे साइबर फ्राड के रुपये जामतारा गैंग के साइबर ठगो से मंगवाता हैं।
यथा समय दाऊद के बताने पर फैसल, अफसर व दाउद मिलकर कुलदीप व मुन्नीलाल के खातो के एटीएम कार्ड से पैसे निकालकर अपना कमीशन का 25 फीसदी काटने के बाद शेष पैसा दाऊद व जामतारा गैंग के साइबर ठगो द्वारा बताये गये जामतारा झारखण्ड के विभिन्न बैंक खाते में जमा कर देते हैं। अभियुक्तो ने जामतारा गैंग के साइबर ठगो के सहयोग से देश के विभिन्न राज्यो के आमजन मानस को काल करके आन लाइन साइबर ठगी किये है तथा साइबर ठगी से प्राप्त रूपया को हम लोग आपस में बाट लेते है। अभियुक्तों के पास से बरामद ट्रांजेक्शन सूची से कुल 29 बैंक खातो से लगभग 02 करोड़ 75 लाख का साइबर ठगी का लेन देन होना पाया गया है।