सहारनपुर : जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि एक बार फिर सर्वोच्च न्यायालय में बाबरी मस्जिद-रामजन्म भूमि मामले पर सुनवाई शुरू होगी। न्यायालय के सामने पूरी ताकत से अपना पक्ष रखने के लिए जमीयत उलेमा ए हिंद पूरी तरह तैयार है।
मौलाना अरशद मदनी ने जारी एक ब्यान में कहा कि जमीयत उलेमा ए हिंद बाबरी मस्जिद-रामजन्म भूमि मामले में मुख्य पक्षकार है। कहा कि बाबरी मस्जिद की कानूनी लड़ाई लडऩे के लिए जमीयत की तरफ से सभी तैयारी कर ली गई हैं और हमारे वकील अदालत में पूरी ताकत के साथ अपना पक्ष रखने और बहस करने के लिए तैयार हैं।
मौलाना ने कहा कि हमें पूरा यकीन है कि न्यायालय ऐतिहासिक तथ्यों और मौजूद सबूतों के आधार पर ही अपना फैसला सुनाएगी। अयोध्या मामले को लेकर लगातार हो रही ब्यानबाजियों पर मौलाना ने सख्त नाराजगी जताते हुए कहा कि यह बड़े अफसोस की बात है कि जो मामला देश की सबसे बड़ी अदालत में जेरे बहस है उस पर कुछ लोग अकारण बयानबाजी कर रहे हैं।
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संघ का नाम लिये बगैर भैया जी जोशी के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि जो लोग अयोध्या मामले पर अपने फैसले सुना रहे हैं वह सीधे तौर पर उच्च न्यायालय का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के मुसलमानों को न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है इसलिए दूसरे पक्ष को भी न्यायपालिका पर भरोसा करते हुए कोर्ट के फैसले का इंतिजार करना चाहिए।