बागपत माँ-बेटी आत्महत्या: आरोपी बनी यूपी पुलिस की हुई फजीहत, घंटों एम्बुलेंस में पड़ा रहा शव

Baghpat News: बागपत जिले के छपरौली में पुलिस दबिश (police raid) के दौरान मां और बेटी द्वारा सुसाइड किए जाने का मामला अब यूपी पुलिस (UP Police) के गले की फांस बनता जा रहा है।

Update: 2022-05-26 16:29 GMT

बागपत: मां और बेटी द्वारा सुसाइड मामला मामला

Baghpat News: पश्चिमी उत्तर प्रदेश (Western Uttar Pradesh) के बागपत जिले के छपरौली (Chhaprauli) में पुलिस दबिश (police raid) के दौरान मां और बेटी द्वारा सुसाइड किए जाने का मामला (Suicide case by mother and daughter) अब यूपी पुलिस (UP Police) के गले की फांस बनता जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक, चार घंटे से अधिक समय से एम्बुलेंस में मां और बेटी का शव पड़ा हुआ है, लेकिन उसके परिजन और गांव वाले गाड़ी को आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं। इस घटना को लेकर लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है। एडीएम (ADM) और एएसपी (ASP) स्तर के अधिकारी नाराज लोगों को समझाने में विफल रहे।

गांव वाले अपनी मांगों को लेकर अड़े

इसके बाद जिले के डीएम और एसपी आए, तब भी गांव वाले अपनी मांगों से टस से मस नहीं हुए। अंततः जिला प्रशासन को झुकना पड़ा और जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को संबोधित उनके मांगपत्र को भिजवाया है। दरअसल इस दुखद घटना से नाराज लोग सीधा मुख्यमंत्री से हस्तेक्षप चाहते हैं। वो पुलिस की कार्यशैली से खासे गुस्से में हैं।

क्या है पूरा मामला (what is the whole matter)

ज्ञात हो कि बीते 3 मई को छपरौली गांव के एक ग्रामीण ने पुलिस को तहरीर दी थी कि उसकी पुत्री को गांव के ही प्रिंस नामक युवक लेकर फरार हो गया है। इस मामले में पुलिस लड़के के घर लगातार दबिश दे रही थी। मंगलवार शाम को एकबार फिर पुलिस ने वादी पक्ष की सूचना पर आरोपी लड़के के घर दबिश देने गई थी। इस दौरान घर में मौजूद आरोपी युवक की मां अनुराधा और उसकी दोनों बहनों ने कथित तौर पर सल्फाश और चूहे मारने की दवा खा ली थी। बड़ी बहन स्वाति की मौत तो उपचार के दौरान बुधवार को ही मेरठ के अस्पताल में हो गई थी जबकि मां और छोटी बहन ने गुरूवार को दम तोड़ दिया।

यूपी पुलिस पर उठ रहे सवाल

इस घटना के बाद जिले के पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है। मामला बढ़ता देख पुलिस ने छपरौली थाने के उप निरीक्षक नरेश पाल पर भी उत्पीड़न और उत्पीड़न के कारण आत्महत्या करने का मामला दर्ज किया है। लेकिन प्रदेश में लगातार सामने आ रहे ऐसे मामले यूपी पुलिस की साख पर बट्टा लगा रहे हैं। इससे पहले यूपी पुलिस पर सिद्धार्थनगर जिले में एक हिस्ट्रशीटर को पकड़ने के दौरान विरोध कर रही एक महिला को गोली मारने का आरोप भी लग चुका है, बाद में महिला की मौत भी हो गई थी। हाल के दिनों में ऐसे कई घटनाएं देखने को मिली हैं, जिससे वर्दी दागदार होती जा रही है।

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