बागपतः बीते 15 अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी ने बलूचिस्तान में पाकिस्तान की बेरहमी का मुद्दा उठाया था। इसके बाद से बलूच नेता भी पाकिस्तान की पोल खोलने में जुट गए हैं। इन्हीं में से एक हैं मजदक दिलशाद। बागपत के बिलोचपुरा गांव पहुंचे मजदक ने मीडिया को बताया कि किस तरह पाक की सरकार और वहां की सेना स्थानीय लोगों पर जुल्म की इंतेहा कर रही है।
बलूच नेता ने क्या कहा?
मजदक दिलशाद ने बताया कि पाकिस्तान की सेना बलूचों की नस्ल खत्म करने का षड्यंत्र रच रही है। चीन भी उसका साथ दे रहा है। लोगों को उठा लिया जाता है। उनके पिता को भी साल 2006 में पाक सेना ले गई थी। दो साल बाद सेना ने छोड़ा, तो वे बीमार बनकर लौटे। मजदक ने बताया कि बलूचिस्तान के लोगों को पाकिस्तान कोई सुविधा नहीं देता। न बिजली मिलती है और न पानी। हिंदुस्तान के दुश्मनों को भी वहां पनाह दी जाती है।
विदेशी मदद रोकने की मांग
बलूच नेता मजदक ने आरोप लगाया कि विदेश से पाकिस्तानी सेना जो हथियार खरीदती है, उनका इस्तेमाल बलूचों के खिलाफ होता है। परमाणु परीक्षण के बाद से हालात और खराब हो गए हैं। पाकिस्तान किसी को बलूचिस्तान जाने नहीं देता। परमाणु परीक्षण के बाद से लोग कैंसर से पीड़ित हो रहे हैं, लेकिन उनका इलाज तक नहीं होता।
भारत से मदद की गुहार
मजदक दिलशाद ने भारत से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार की तारीफ की और कहा कि सरकार को पूरी दुनिया में पाकिस्तान की पोल खोलकर रख देनी चाहिए, ताकि बलूचिस्तान में लोगों को पाकिस्तानी अत्याचार से मुक्ति मिल सके।