Balrampur News: रोजगार सेवकों ने आठ सूत्रीय मांगों को लेकर किया प्रदर्शन, सीएम के नाम दिया पत्र
Balrampur News: ग्राम रोजगार सेवकों का विरोध मार्च सदर विकास खंड से शुरू होकर नौशहरा, वीर विनय चौराहा, झारखंडी, पीपल तिराहा होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर समाप्त हुआ।
Balrampur News: जिले में ग्राम रोजगार सेवकों ने अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर ग्राम रोजगार सेवक एकता संघर्ष समिति के तत्वावधान में विरोध मार्च निकाला। नगर के विभिन्न क्षेत्रों से होता हुआ सेवकों का जत्था जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करते हुए सभा में प्रवर्तित हो गया। इस अवसर पर प्रदर्शनकारियों ने डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
बुधवार को ग्राम रोजगार सेवकों का विरोध मार्च सदर विकास खंड से शुरू होकर नौशहरा, वीर विनय चौराहा, झारखंडी, पीपल तिराहा होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर समाप्त हुआ। विरोध मार्च में प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और सरकार से अपना वादा निभाने की मांग की। इस दौरान ग्राम रोजगार सेवक के जिलाध्यक्ष तकनीकी संजय विश्वास ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने लखनऊ में मनरेगा कर्मियों के सम्मेलन में घोषणा की थी। कि जॉब चार्ट के साथ-साथ ग्राम रोजगार सेवकों की सेवा समाप्ति से पूर्व उपायुक्त मनरेगा की सहमति ली जाएगी,लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया जिसके कारण रोजगार सेवक परेशान है।
अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान समय में मानदेय 7,788 रुपए प्रतिमाह मिल रहा है परंतु 2,212 रुपए विगत 22 माह से भी ईपीएफ के यूएएन के खाते में जमा नहीं किया गया है। जिससे किसी भी मनरेगा कर्मियों की मृत्यु पर उसके आश्रितों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने मांग किया है कि मृतक आश्रितों को इस पद पर समायोजित कराया जाए।
संघ के मंडल अध्यक्ष मोहम्मद असलम नईमी ने कहा कि ग्राम रोजगार सेवकों से मूल ग्राम पंचायत के साथ-साथ अतिरिक्त ग्राम पंचायत में भी कर लिया जा रहा है। उन्होंने मांग किया कि हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश,राजस्थान की तरह उत्तर प्रदेश के भी रोजगार सेवकों की मानदेय में बढ़ोतरी की जाए। और ग्राम विकास अधिकारी भर्ती में 50 फीसदी का कोटा ग्राम रोजगार सेवकों के लिए भी आरक्षित किया जाए।
अध्यक्ष नईमी ने कहा कि ग्राम रोजगार सेवकों को नियुक्ति करते हुए राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। पदनाम ग्राम विकास सहायक अधिकारी किया जाए। जब तक ग्राम सेवक का नियमितीकरण ना हो जाए। तब तक ग्राम सेवक को विभागीय कर्मी घोषित कर मानदेय पृथक बजट द्वारा दिया जाए। इस अवसर पर सेवकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना जाता है, तो आंदोलनकारी खामोश नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि अब आर-पार की लड़ाई सड़कों पर उतरकर की जाएगी। प्रदर्शनकारियों में रवि मिश्रा, रमेश, मुकेश यादव, राजेश, उमाशंकर शुक्ल, सरवर खान, राम अवतार, प्रशांत कुमार, सोनी वृषराज सिंह कृष्णा सहित बड़ी संख्या में रोजगार सेवक मौजूद रहे हैं।