Balrampur News: कोहरे की चादर से ढकी तराई, बूंद बनकर बरस रहा है कोहरा, जनजीवन अस्त-व्यस्त
Balrampur News: बर्फीली हवाओं के साथ कोहरा बूंद बनकर बरसता रहा है। ठंड से बचने के लिए लोग कूड़ा-करकट व खरपतवार चलाकर तापते देखे गए।;
Balrampur News: आजकल तराई ठंड से ठिठुर रही है। शहर हो या गांव कोहरे की चादर से ढक गए हैं। वृहस्पतिवार को भोर से आसमान पर कोहरे की चादर तन गई। बीच-बीच में सूर्यदेव ने झांकने की कोशिश की, लेकिन उसके सारे तेवर कोहरे के आगे ढीले ही रहे। बर्फीली हवाओं के साथ कोहरा बूंद बनकर बरसता रहा है। ठंड से बचने के लिए लोग कूड़ा-करकट व खरपतवार चलाकर तापते देखे गए। कोहरे के बीच सड़क पर चालक वाहन की लाइट जलाकर रेंगते दिखे। इन सबके बावजूद अभी तक ठंड से बचाव के लिए प्रशासन की ओर से प्रर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए हैं।
हवाओं और कोहरे की वजह से बढ़ी ठण्ड
हिमालय की तलहटी में बसे तराई के इलाकों में नदी, नालों व वनों के साथ पहाड़ों की निकटता के कारण ठंड का कहर ज्यादा ही रहता है। आग बरसाने वाला सूरज पछुआ हवा के चलते दो दिन से ठंडा पड़ गया है। बुधवार को जहां पूरे दिन कोहरा बरसता रहा है। वही वृहस्पतिवार को दोपहर बाद कुछ समय के लिए सूर्य देव के दर्शन हुए परंतु तीन बजते बजते तराई फिर से कोहरे के चादर में ढकने लगी। और कोहरे की चादर में पूरी तराई लिपट गई है। हवाओं व कोहरे से थरथरी बढ़ने लगी है।
रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। रोडवेज व निजी बसों के साथ डग्गामार वाहनों के रफ्तार पर भी ब्रेक लग गया है। शाम होते ही घने कोहरे की चादर इतनी मोटी हो जाती है कि सामने कुछ दिखाई नहीं देता है। कड़ाके की ठंड के बावजूद अलाव की प्रर्याप्त व्यवस्था न होने से लोग परेशान हैं। ठिठुर रहे लोग अपने-अपने तरीके से कूड़ा-करकट व बोरा जलाकर अलाव की व्यवस्था कर रहे हैं। गरीब-गुरबों के लिए ठंड सितम ढहा रही है।वही तेज पछुआ हवा चलने के साथ तराई में तापमान भी गोते लगा रहा है। वृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस व अधिकतम 22 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।